नई दिल्ली
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के पूर्व जोनल डारेक्टर समीर वानखेड़े को आर्यन खान ड्रग मामले में पूछताछ के लिए तलब करने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट में उन्होंने एक याचिका दाखिल की है। इसमें उन्होंने दावा किया गया है कि उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस रेड और शाहरुख खान के बेटे की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी थी।
दिल्ली हाईकोर्ट ने फिलहाल समीर वानखेड़े को अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है और उन्हें बंबई हाईकोर्ट जाने के लिए कहा है, क्योंकि मामला उसके अधिकार क्षेत्र से संबंधित है। हाईकोर्ट ने यह राहत 22 मई तक के लिए दी है।
अपनी याचिका में समीर वानखेड़े ने व्हाट्सएप चैट को भी शामिल किया है। न्यूज-18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चैट में सभी अधिकारी उनकी सराहना करते थे। इसमें शाहरुख खान के बेटे की गिरफ्तारी की भी उन्हें जानकारी दी गई थी। चैट से यह भी पता चलता है कि समीर वानखेड़े से ठीक ऊपर के एक अधिकारी ने कथित तौर पर उनसे यह दबाव डालने के लिए कहा कि वरिष्ठ सरकारी वकील आर्यन खान की रिमांड के लिए दबाव डालें और ये डीजी कार्यालय के निर्देश थे।
वानखेड़े का कहना है कि जांच के लिए उन्हें अतिरिक्त सहयोग भी मिला और इसके लिए उन्हें इंदौर और अहमदाबाद से दो टीमें दी गईं। एक सूत्र ने कहा, ''हम जल्द ही अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।'' फिलहाल अंतरिम संरक्षण के आधार पर वानखेड़े सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए। सीबीआई के एक शीर्ष सूत्र ने बुधवार रात कहा था कि इस मामले की जांच कर रही टीम इस मामले में सबूत जुटाने के लिए दिल्ली से मुंबई रवाना हुई है।
यह भी आरोप लगाया गया है कि समीर वानखेड़े ने अपने अधिकारियों वीवी सिंह और आशीष रंजन और दो अन्य लोगों के साथ मिलकर आर्यन खान के परिवार से 25 करोड़ रुपये वसूलने की कोशिश की। इसके बाद 18 करोड़ रुपए में डील फाइनल हुई।