नई दिल्ली
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नाम पर कुछ भी चल रहा है। कोई भी ऐप बनाकर अपना धंधा चला रहा है। जबकि AI के बेवजह इस्तेमाल को लेकर एक्सपर्ट पहले से आगाह कर चुके हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि AI टूल आने वाले वक्त में इंसानों के लिए भष्मासुर साबित हो सकते हैं। ऐसे में मोदी सरकार AI के इस्तेमाल को लेकर नियम – कायदे कानून लेकर आ रही है। जिसे AI में महारत हासिल रखने वाली Microsoft के ChatGPT और Google Bard की मनमानी पर नकेल कस सकती है।
भारत करेगा AI को रेगुलेट
भारत ही नहीं, यूरोपीय देशों और अमेरिका से भी AI को रेगुलेट करने की आवाज उठ चुकी है। हालांकि इन सभी देशों से पहले भारत ने साफ कर दिया है कि AI इनेबल्ड प्लेटफॉर्म के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक सरकार की ओर से AI के एल्गोरिदम की खामियों और कॉपीराइट इश्यू को लेकर फ्रेमवर्क जारी करेगी। बता दें कि मौजूदा वक्त में AI गानें बनाने से लेकर स्क्रिप्ट राइटिंग और किसी की पेंटिंग बनाने के काम कर रही है। इसमें कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन हो रहा है। साथ ही क्रिएटिव राइटिंग करने वाले और म्यूजिक और गानों बनाने वाले लोगों को भी काफी नुकसान हो रहा है।
सरकार लाएगी रेगुलेशन
केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि जब ChatGPT जैसे प्लेटफॉर्म की बात आती है, तो कॉपीराइट, एल्गोरिथम के पूर्वाग्रह को लेकर चिंताएं सामने आती है। ऐसे में भारत ग्लोबल स्टैंडर्ड के रेगुलेशन के जरिए AI टूल्स को कंट्रोल करेगा। इसे लेकर भारत बाकी देशों से भी बातचीत कर रहा है। यूरोपीय यूनियन और चीन की तरफ से AI के रेगुलेशन के लिए पहले ही ड्रॉफ्ट रूल जारी कर दिए गए हैं।