नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव के साथ 17वें वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। यह सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्टेशन से ओडिशा के पुरी तक चलेगी। इसके अलावा आने वाले दिनों में मुंबई से गोवा, रांची से पटना, गुवाहाटी से न्यू जलपाईगुड़ी और दिल्ली से देहरादून मार्ग पर भी इस ट्रेन के जरिे यात्रा आसान की जाएगी। रेलवे का लक्ष्य सभी राज्यों तक वंदे भारत एक्सप्रेस को पहुंचना है।
अब तक यह सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के शहरों के बीच चलती है। इस ट्रेन के जरिए रेलवे यात्रा को आसान बनाने की कोशिश कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि तीन-चार घंटे से कम समय लेने वाले छोटे मार्गों में वंदे भारत का छोटा रूप चलाने की योजना पर काम चल रहा है। इसे वंदे मेट्रो नाम दिया जा सकता है। वहीं, आठ घंटे से अधिक समय लेने वाले मार्गों में वंदे भारत की स्लीपर ट्रेन चलाई जाएगी।
आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर 15 अगस्त 2023 तक भारत भर के 75 शहरों और कस्बों को जोड़ने वाले विभिन्न मार्गों पर वंदे भारत अभियान शुरू करने के लिए रेलवे काम कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से रेलवे को यह लक्ष्य दिया था। सरकार ने पिछले साल अगले तीन वर्षों में 400 वंदे भारत शुरू करने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। 120 स्लीपर वंदे भारत बनाने का ठेका भी दिया जा चुका है। बीएचईएल के नेतृत्व वाले एक कंसोर्टियम को इसी तरह के 80 ट्रेन बनाने का ऑर्डर दिया गया था।
हावड़ा और पुरी के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 6 बजे चलेगी और करीब 12.30 बजे पुरी पहुंचेग जाएगा। वापसी में यह ट्रेन दोपहर 1 बजे के करीब पुरी से रवाना होगी। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जगन्नाथ मंदिर के तीर्थयात्री आराम से दोपहर तक पहुंच सकते हैं और समय से अपने होटल में पहुंच सकते हैं।" वंदे भारत एक्सप्रेस 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है। इसमें ऑटोमेटिक कोच लगे हैं। इसमें और भी कई सुविधाए हैं।