भोपाल
मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना का नाम अब मुख्यमंत्री सीखो-कमाई योजना होगा। इस योजना में एक लाख युवाओं को प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। ऐसे युवाओं को हर माह आठ हजार से दस हजार रुपए प्रशिक्षण के दौरान मिलेंगे। इस योजना को आज कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री निवास पर समत्व भवन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक वंदे मातरम गान के साथ आरंभ हुई। बैठक में सीखो कमाओ योजना का प्रस्तुतिकरण हुआ। मंत्रिपरिषद ने इस योजना को अनुमोदन प्रदान किया।
योजना के अंतर्गत कम से कम एक लाख युवाओं को प्रदेश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी 18 से 29 वर्ष के युवा जिनकी शैक्षणिक योग्यता बारहवी कक्षा अथवा आईटीआई या इससे अधिक है वे सभी इस योजना के पात्र होंगे। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को हर माह आठ हजार से दस हजार रुपस प्रतिमाह स्टायफंड प्राप्त होगा। स्टायफंड का 75 प्रतिशत राज्य शासन द्वारा दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड द्वारा स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
कांग्रेस ने शुरू की थी ढोर चराओ योजना: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में रोजगार के नाम पर ढोर चराओ जैसी योजना शुरु की गई। हमारी सरकार लगातार रोजगार दे रही है। अभी 71 हजार युवाओं को रोजगार दिया गया है अब पंद्रह अगस्त तक एक लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
7 जून से शुरू होगा पंजीयन अगस्त में मिलने लगेगा पैसा
मुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री सीखे कमाई योजना में सात जून से संस्थाओं का पंजीयन किया जाएगा। पंद्रह जून से युवाओं का पंजीकरण होगा 31 जुलाई से युवाओं का अनुबंध हो जाएगा। एक अगस्त से उन्हें हर माह आठ से दस हजार रुपए राशि मिलना प्रारंभ हो जाएगी। अभी पोर्टल निर्माण की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। इस योजना में किसी प्रकार की सीमा नहीं है। जो युवा पात्र होंगे उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा।।