नई दिल्ली
सीबीआई ने अक्टूबर 2021 में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार करने वाले एनसीबी के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ एक सतर्कता रिपोर्ट के आधार पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने वानखेड़े पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7, 7ए और 12 और आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) और 388 (धमकी देकर जबरन वसूली) के तहत मामला दर्ज किया है। प्राथमिकी के मुताबिक, समीर वानखेड़े आर्यन खान मामले में 25 करोड़ रुपये वसूलने की योजना बना रहे थे।
सैम डिसूजा को एनसीबी ने एलएसडी बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इंडिया टुडे ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है कि समीर वानखेड़े और उनकी टीम ने 10 लाख रुपये की रिश्वत ली थी। सूत्रों के मुताबिक, समीर वानखेड़े और वीवी सिंह को यह रकम मिली थी। बाद में डिसूजा वानखेड़े का मुखबिर बन गया। उसकी मुख्य भूमिका वानखेड़े के लिए टारगेट की पहचान करना था, जिन्हें नशीली दवाओं के आरोपों में फंसाया जा सकता था। उसका नकली ड्रग्स प्लांट करने में भी इस्तेमाल किया जाता था।
गुजरात का रहने वाला एक 'पाटिल' समीर वानखेड़े का मुखबीर था। वह क्रूज पर "रेव पार्टी" और पार्टी में शामिल होने वाले हाई-प्रोफाइल के बारे में सूचित किया था। हालांकि, एनसीबी को आर्यन खान की क्रूज पार्टी में मौजूदगी की जानकारी नहीं थी। पाटिल पहले से ही सैम डिसूजा को जानता था। डिसूजा ने मनीष भानुशाली और किरेन गोसावी को वानखेड़े और उनकी टीम से मिलवाया था। इन दोनों लोगों को एनसीबी की टीम के लिए हाई-प्रोफाइल टारगेट की पहचान करने का काम सौंपा गया था।
शुरुआत में एनसीबी के निशाने पर 27 लोग थे, लेकिन जब शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को अपने दोस्तों के साथ क्रूज पर देखा गया तो यह संख्या घटाकर 10 कर दी गई। आर्यन खान को क्रूज से गिरफ्तार किया गया था और उनका सेलफोन भी एनसीबी की टीम ने जब्त कर लिया था ताकि वह किसी को कॉल न कर सके। आर्यन खान के साथ उसके चार दोस्त भी थे। सूत्रों के मुताबिक, केवल अरबाज मर्चेंट कथित तौर पर ड्रग्स ले रहा था। आर्यन खान के तीन अन्य दोस्तों के मोबाइल फोन पर ड्रग चैट थे, लेकिन केवल आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था। अरबाज ने अपने बयान में इस बात की भी गवाही दी कि आर्यन खान ड्रग्स का सेवन नहीं करता था और दूसरों को भी इसका सेवन करने से रोकता था।
'पापा में एनसीबी कस्टडी में हूं'
समीर वानखेड़े की जानकारी और अनुमति के बाद आर्यन खान के परिवार से 2-3 मई की रात को फिरौती की मांग शुरू की गई। आर्यन खान को इस बात की गलत जानकारी दी गई कि किरण गोसावी एनसीबी अधिकारी है और गोसावी ने एनसीबी कार्यालय में आर्यन खान का ऑडियो संदेश रिकॉर्ड किया था। वानखेड़े और उनकी टीम ने जबरन वसूली की बातचीत शुरू करने के लिए शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी को एक छोटा ऑडियो क्लिप भिजवाया। इसमें आर्यन खान कह रहे हैं, "पापा में एनसीबी कस्टडी में हूं। कृपया मेरी मदद करें।" आर्यन खान के साथ किरण गोसावी की एक तस्वीर भी भेजी गई।
28 करोड़ से घटकर 18 करोड़ रुपए पर पहुंची डील
समीर वानखेड़े और उनकी टीम इस वसूली में सफल होती अगर आर्यन खान के साथ किरण गोसावी की फोटो वायरल नहीं हुई होती। सूत्रों के मुताबिक, पूजा ददलानी ने 2-3 मई की रात किरण गोसावो से मुलाकात की और बातचीत के बाद मांग को 28 करोड़ रुपये से घटाकर 18 करोड़ रुपये कर दिया। उन्होंने टोकन राशि के रूप में किरण गोसावी को 50 लाख रुपये नकद भी दिए। लेकिन, पूरा सौदा पटरी से तब उतर गया जब किरण गोसावी के साथ आर्यन खान की तस्वीर इस जानकारी के साथ वायरल हो गई कि गोसावी एनसीबी अधिकारी नहीं है।
आर्यन खान को एनसीबी ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। लेकिन, गिरफ्तारी के दौरान आर्यन का फोन जब्त नहीं किया गया था। बाद में, गोसावी ने ददलानी से मुलाकात की और टोकन राशि में से 38 लाख रुपये वापस कर दिए। बाकी के 12 लाख रुपये देने से इनकार कर दिया क्योंकि पहले ही वानखेड़े को दे चुका था। सूत्रों के मुताबिक, गोसावी फेसटाइम के जरिए शाहरुख के मैनेजर ददलानी के संपर्क में था। वानखेड़े को हर अपडेट एक सोशल मीडिया ऐप के जरिए दिया जा रहा था। एनसीबी ने अपनी सतर्कता रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ शेयर की थी। सीबीआई ने इस सतर्कता रिपोर्ट के आधार पर टीम वानखेड़े के खिलाफ मामला दर्ज किया था।