नई दिल्ली
ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन अगले तीन साल में करीब 11,000 नौकरियों में कटौती की योजना बना रही है। यह छंटनी टेलीकॉम कंपनी की रणनीतिक योजना का हिस्सा है। बता दें कि वोडाफोन की सर्विस भारत में भी है। भारत में यह कंपनी आदित्य बिड़ला समूह के आइडिया के साथ सक्रिय है।
छंटनी की क्या है वजह
ब्रिटिश कंपनी FY23 का प्रदर्शन काफी अच्छा नहीं रहा है। कंपनी की सीईओ डेला वैले ने कहा-हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा नहीं रहा है। वोडाफोन में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा, "हम अपने संगठन को सरल बनाएंगे, अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता को फिर से हासिल करने के लिए मुश्किलों को कम करेंगे। हम अपने ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण सेवा देने के लिए संसाधनों का आवंटन करेंगे।" सीईओ ने कहा कि इसी कड़ी में 11000 कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी। उम्मीद है कि हम एक सरल संगठन बनेंगे।
बता दें कि वोडफोन ने FY23 में सुस्त नतीजों की सूचना दी। कंपनी के भारतीय कारोबार में भी कई संकट हैं। यह कंपनी भारत में भारी कर्ज में डूबी है। खासतौर पर सरकार का बकाया ज्यादा है। यही वजह है कि बीते दिनों सरकार ने कंपनी में हिस्सेदारी खरीदी।