एटा
एटी की छह नगर पंचायतों में से भाजपा सिर्फ एक ही नगर पंचायत पर चुनाव जीत सकी। एक सीट बसपा के खाते में गई। जबकि चार सीटों पर भाजपा के बागियों ने निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा के हाथ से सीट छींन ली। टिकट वितरण करते समय भाजपा जनता का मूड नहीं भांप सकी। ऐसे में भाजपा के खाते से नगर पंचायत अध्यक्ष पदों की संख्या कम हो गई। तीन बार से अध्यक्ष को निर्दलीय ने हरा दिया। टिकट के वितरण के समय से ही भाजपा में अंदरखाने लड़ाई चल रही थी, जो लोग टिकट मांग रहे थे उन्हें टिकट नहीं मिला। पार्टी में अच्छी पैठ रखने वालों को मौका दे दिया गया।
चुनाव की घोषणा होते ही भाजपा के नेता भाजपा से ही लड़ने लगे। जब लगा कि भाजपा प्रत्याशियों को नुकसान हो सकता है तो मतदान से दो दिन पहले पार्टी से बागी हुए सभी प्रत्याशियों को निष्कासित कर दिया। भाजप से अलग होने के बाद भी उन्होंने जीत का सेहरा पहन लिया। सबसे पहले नगर पंचायत जैथरा की बात की जाए तो यहां पर मौजूदा नगर पंचायत अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह चौहान तीन बार से अध्यक्ष थे। भाजपा ने इन्हें ही प्रत्याशी बना दिया। यहां पर विनोद गुप्ता के पुत्र विवेक गुप्ता टिकट की लाइन में थे। इन्हें टिकट नहीं मिल सका। विवेक गुप्ता ने निर्दलीय नामांकन कर जीत हासिल कर ली।
नब्ज नहीं टटोल पाई भाजपा
नगर पंचायत राजा का रामपुर में अनूसूचित जाति महिला के लिए सीट आरक्षित की गई थी। यहां मौजूद नगर पंचायत अध्यक्ष महावीर सिंह राठोर दो बार से अध्यक्ष है। इस बार एससी सीट होने पर उन्होंने अपने समर्थक के लिए टिकट मांगा है। ऐसे में भाजपा ने रेखारानी को ही प्रत्याशी बना दिया। भाजपा से ही चुनाव जीती सुनीता देवी भी टिकट मांग रही थी। भाजपा ने इन्हें भी टिकट नहीं दिया। ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशी बनकर सुनीता चुनाव मैदान में आ गई। भाजपा की प्रत्याशी रेखारानी को करीब 326 वोट से चुनाव हरा दिया।
बागी निर्दलीय ने हरा दिया भाजपा को
नगर पंचायत निधौली कलां का चुनाव भी रोचक रहा है। यहां पर भारतीय जनता पार्टी ने निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष देवलाल लोधी को प्रत्याशी बनाया। यहां से शिखा गुप्ता ने भी भारतीय जनता पार्टी से टिकट मांगा। यहां पर भाजपा ने देवलाल लोधी को ही प्रत्याशी बनाया। शनिवार को आए चुनाव परिणाम के बाद भाजपा से बागी निर्दलीय चुनाव लड़ी शिखा गुप्ता ने भाजपा प्रत्याशी देवलाल लोधी को चुनाव हरा दिया।
सबसे ज्यादा रोचक रही मिरहची में लड़ाई
नगर पंचायत मिरहची की लड़ाई सबसे अधिक रोचक है। इस नगर पंचायत में सबसे अधिक प्रत्याशी चुनाव मैदान थे। भाजपा से टिकट मांगने वालों की भी लंबी संख्या थी। भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख मारहरा रवि वर्मा की माँ मीना देवी को प्रत्याशी बनाया। भाजपा के तीन दावेदार बागी बन गए। निर्दलीय चुनाव लड़ लिया। निर्दलीय लक्ष्मी देवी ने चुनाव जीत दर्ज कर दी।