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पहले 160 वोटों से जीती कांग्रेस, री-काउंटिंग में बीजेपी ने 16 वोटों से मारी बाजी

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कर्नाटक
 
कर्नाटक विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प रहा, जहां कांग्रेस ने बीजेपी को बुरी तरह से मात दी। अब वो पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। इस बीच जयनगर की सीट पर बड़ा खेल हो गया। वहां पर पहले कांग्रेस उम्मीदवार जीतीं, लेकिन री-काउंटिंग में मामला ही उल्टा पड़ गया। री-काउंटिंग को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों के कार्यकर्ताओं ने मतदान केंद्र पर हंगामा किया। हालांकि बाद में पुलिस-प्रशासन ने हालत काबू में किए। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल कर ये सीट जीती है

160 वोट से दी थी मात
दरअसल पहले काउंटिंग के दौरान जयनगर सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी सौम्या रेड्डी 160 वोटों से जीत गईं। जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। इस बीच बीजेपी प्रत्याशी सीके राममूर्ति ने मतगणना अधिकारियों से बात की और दोबारा काउंटिंग की मांग पर अड़ गए। चुनाव आयोग ने नियम के मुताबिक अगर कोई प्रत्याशी री-काउंटिंग की मांग करता है, तो उसे पूरा किया जाता है। ऐसे में जयनगर सीट पर दोबारा से वोटों की गिनती शुरू हुई, जिसमें रात हो गई। जब री-काउंटिंग के नतीजे आए, तो कांग्रेस हार गई थी और बीजेपी प्रत्याशी ने 16 वोटों से बाजी मारी। चुनाव आयोग के मुताबिक बीजेपी प्रत्याशी ने 57,797 वोट हासिल किए, जबकि सौम्य रेड्डी के खाते में 57,781 गए।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर की नारेबाजी
अचानक से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की खुशियां गम में बदल गईं। साथ ही उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। ऐसे में उन्होंने तुरंत प्रदर्शन शुरू कर दिया और बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हंगामे की खबर मिलते ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी वहां पहुंचे गए और प्रदर्शन में शामिल हुए।

पिता ने भी लगाए गंभीर आरोप
सौम्या रेड्डी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामलिंगा रेड्डी की बेटी हैं। उनके पिता भी मतगणना स्थल पर मौजूद थे और प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी और प्रशासन की सांठगांठ है। सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल हुआ, जिससे बीजेपी प्रत्याशी ने जीत हासिल की।

कांग्रेस की एक सीट घटी
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 136 सीटें हासिल की थीं, लेकिन जयनगर हाथ से जाने के बाद उसके पास 135 सीटें ही बचीं। वहीं बीजेपी 65 से 66 सीट पर आ गई, जबकि जेडीएस के पास 19 सीटें हैं।