राजौरी
जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी में हाल ही में हुई आतंकी वारदातों के बाद केंद्र ने जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पुलिस की ताकत बढ़ा दी है। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर आतंकी घुसपैठ रोकने के लिए 42 नई पुलिस चौकियां बनाई जा रही हैं। सेकंड लेवल की एंटी इन्फिल्ट्रेशन ग्रिड को मजबूत करने के लिए बनाई जा रही इन चौकियों में पुलिस कर्मियों के लिए 600 से ज्यादा पोस्ट को मंजूरी दी गई है।
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय की तरफ से स्वीकृत 607 पोस्ट में सब इंस्पेक्टर के 39, असिस्टेंट सब इंटस्पेक्टर के 88, हेड कांस्टेबल और सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल (SGCT)/कांस्टेबल की 430 पोस्ट शामिल हैं।
BPP से मिलेगी घुसपैठ रोकने में मदद
BPP यानी बॉर्डर पुलिस पोस्ट इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर BSF और सेना के बाद दूसरे नंबर पर आती हैं। यह आतंकियों की घुसपैठ, ड्रोन की आवाजाही, ड्रग्स की तस्करी और आतंकियों की दूसरी एक्टिविटीज पर नजर रखने में मददगार हैं।
भारत-पाक बॉर्डर पर इन जगहों पर बनेंगी BPP
बॉर्डर पुलिस पोस्ट का निर्माण जम्मू में सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों और कश्मीर घाटी के बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में की जा रही है। ये जिले भारत-पाक बॉर्डर पर हैं। 42 में से कई BPP पहले ही बन चुके हैं, जबकि बाकियों का जल्द से जल्द बनाया जाना है।
मार्च में माछिल, गुरेज, केरन, तंगधार, पुलिस डिवीजन हंदवाड़ा, उरी और उत्तरी कश्मीर के अन्य क्षेत्रों के ऊपरी इलाकों में चौकियां बन रही हैं। एक पुलिस चौकी के लिए स्वीकृत निर्माण लागत 84 लाख रुपए है।
एलओसी पर आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की
जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। आतंकवादियों के एक समूह ने नियंत्रण रेखा पार करने का प्रयास किया मगर वहां मौजूद भारतीय सैनिकों ने फायरिंग कर उन्हें पीछे धकेल दिया। आतंकवादियों की मदद के लिए पाकिस्तानी सेना ने एक ड्रोन भी एलओसी के पार कराया मगर भारत की तरफ से गोलीबारी के बाद वह पीछे चला गया।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच 5 मई की सुबह हुई मुठभेड़ में सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं। सुबह दो जवान मुठभेड़ में शहीद हुए, वहीं घायल हुए तीन और जवानों की दोपहर में मौत हुई। इस तरह शहीदों का आंकड़ा 5 हो गया। शहीदों के नाम लांस नायक रुचिन सिंह, नायक अरविंद कुमार, हवलदार नीलम सिंह और पैराट्रूपर सिद्धांत चेत्री, प्रमोद नेगी हैं।