

प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक दलित युवती की रेप के बाद मौत को लेकर बवाल हो गया है। परिजनों ने गैंगरेप के बाद के बाद हत्या का आरोप लगाया। इसके बाद शुक्रवार को रानीगंज के दुर्गागंज बाजार में स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालात बिगड़ने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के बाद ग्रामीण और ज्यादा उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान सीओ रानीगंज समेत 11 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 22 वर्षीय युवती घर के पास एक प्राइवेट अस्पताल में काम करती थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि युवती के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गई। थाना क्षेत्र रानी गंज के अधारगंज गांव की रहने वाली युवती की मां ने बताया है कि उसकी बेटी घर से कुछ दूर पर स्थित एक निजी अस्पताल में काम करती थी। बेटी कल गुरुवार की शाम ड्यूटी पर गयी थी। आधी रात में अस्पताल से उसको सूचना दीं गयी कि उसकी बेटी की तबीयत खराब है उसे इलाज के लिये दूसरे अस्पताल में ले जाना है। जब वह अस्पताल पहुंची तो देखा कि उसकी बेटी की मौत हो चुकी है।
परिजन मृत बेटी के शव को घर ले आये तो देखा कि उसके शरीर पर चोट के निशान थे और उसके अंडर गारमेंट फ़टे हुये थे। इसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बाजार में प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस अधीक्षक डाक्टर अनिल कुमार ने बताया कि युवती की मां की तहरीर पर अस्पताल के संचालक डाक्टर समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साक्ष्य संकलन और जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है। उन्होंने बताया है कि घटना के प्रत्येक पहलुओं की गहनता से जांच करके कठोर कार्रवाई की जायगी।