नईदिल्ली
चक्रवात मोका तेज होते हुए रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. आज, 12 मई को सुबह 5.30 बजे ये भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, 'मोका' बेहद तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल चुका है. 12 मई 2023 की सुबह यह बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी से सटे मध्य भाग में केंद्रित था. IMD ने चेतावनी दी है कि इसके बाद चक्रवात और तेज होने के साथ उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ सकता है.
कब और कहां लैंडफॉल
14 मई की दोपहर को ये बांग्लादेश में कॉक्स बाजार और म्यांमार में क्यौकप्यू के बीच दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटों को पार कर सकता है. मोका बांग्लादेश और म्यांमार के सीमावर्ती क्षेत्रों में लैंडफाल करेगा. इसके कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) और क्यौकप्यू (म्यांमार) के बीच 14 तारीख की सुबह कहीं भी टकराने की उम्मीद है. इस दौरान 150-160 किमी प्रति घंटे से 175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. वहीं, आज तटीय इलाकों में इस चक्रवात की वजह से 135 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
लैंडफॉल करने से पहले तूफान मोका थोड़ा कमजोर हो सकता है. इसके बावजूद, चक्रवात के 120 किमी प्रति घंटे से अधिक की हवा की गति और 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में लैंडफॉल बनाने की उम्मीद है.
बंगाल में NDRF तैनात
चक्रवात को देखते हुए पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की आठ टीमों को तैनात किया गया है. NDRF की दूसरी बटालियन के कमांडेंट, गुरमिंदर सिंह ने कहा, “भविष्यवाणियों के अनुसार, चक्रवात मोचा 12 मई को एक गंभीर तूफान और 14 मई को एक बहुत गंभीर चक्रवात में परिवर्तित हो जाएगा. हमने 8 टीमें तैनात की हैं. एनडीआरएफ के 200 कर्मी जमीन पर तैनात हैं और 100 कर्मी स्टैंडबाय पर हैं.”
भारी बारिश के आसार
मौसम एजेंसी ने चक्रवाती तूफान 'मोचा' के मद्देनजर गुरुवार को कई पूर्वोत्तर राज्यों और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात की गति के कारण इन क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की संभावना है. ओडिशा और पश्चिम बंगाल की भारतीय तटरेखा तूफान से सुरक्षित दूरी पर होगी और भूमि पर कोई हानिकारक मौसम गतिविधि की उम्मीद नहीं है. हालांकि, इन राज्यों के तट पर समुद्र की स्थिति बहुत खराब होगी. भूमाफिया से टकराने के बाद कमजोर हुआ तूफान 14 और 15 मई 2023 को त्रिपुरा और मिजोरम में भारी बारिश का कारण बन सकता है.
मौसम विभाग कार्यालय ने मछुआरों, जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को रविवार तक मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तथा उत्तरी अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह दी है. चक्रवाती तूफान के कारण कई राज्यों में भारी वर्षा होने की संभावना है.