अमृतसर
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस ने हेरिटेज ब्लास्ट स्ट्रीट विस्फोट मामले को सुलझा लिया है। दो मुख्य अपराधियों सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया। गौरतलब है कि अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के नज़दीक हेरिटेज स्ट्रीट में पिछले 6 दिन के अंतराल में तीन कम तीव्रता के विस्फोट हुए थे।
गिरफ्तार लोगों की पहचान बाबा बकाला के गाँव वडाला कलाँ के निवासी आज़ाद बीर सिंह (36), गुरदासपुर के निवासी अमरीक सिंह, गेट हाकीमा अन्गढ़ के निवासी साहेब सिंह, अमृतसर के 88 फुट रोड के निवासी धर्मेंदर और हरजीत के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके कब्जे से 1.1 किलोग्राम क्लोरेट्स और ब्रोमाइड्स (पटाखे बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री) और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस और पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस विंग ने वैज्ञानिक और तकनीकी जाँच के बाद मामले को सुलझाया। उन्होंने इस मामले का पता लगाने में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को उनके समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने बताया कि गुरु रामदास सराय में गुरूवार की रात करीब 12.15 बजे हुए तीसरे विस्फोट की सीसीटीवी फुटेज की जाँच के दौरान आरोपी आज़ाद बीरसिंह को सराय के बाथरूम में जाते और उसके पीछे वाली पार्क में देसी बम फेंकते देखा गया। इसके बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी। अमरीक को भी आरोपी आज़ाद बीर के पीछे जाते देखा गया था।
डीजीपी ने कहा कि एसजीपीसी टास्क फोर्स के साथ पुलिस टीमों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए तीनों विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जाँच में पाया गया कि आरोपियों ने पॉलीथिन बैग में पैक एनर्जी ड्रिंक कैन और टिफिन सहित कंटेनरों का इस्तेमाल विस्फोट को अंजाम देने के लिए किया था। इसके साथ एक मोटा धागा लटका हुआ था, जिसमें ज़मीन से टकराने के दौरान विस्फोट हो गया।
डीजीपी गौरव यादव ने गिरफ्तार व्यक्तियों के पाक-आधारित एजेंसियों या खालिस्तान- समर्थक तत्वों के साथ संबंधों से इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पहली नजऱ में ऐसा लगता है कि इस मामले के मुख्य अपराधी व्यक्तिगत रूप से कट्टरपंथी थे। पुलिस की टीमें मामले की हरेक एंगल से जाँच कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियो ने खुलासा किया कि दोनों ने मिलकर आरोपी व्यक्ति हरजीत सिंह, साहेब सिंह से आरोपी धर्मेंद्र के माध्यम से पटाखा बनाने की सामग्री खरीदी। उसमें पत्थर डालकर ट्रायल किया। जिसमें वे सफल रहे। पुलिस ने विस्फोटक सामग्री की आपूर्ति करने के आरोप में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।