Home राज्यों से उत्तर प्रदेश बरेली में गौतम-तोमर में सीधी लड़ाई, बाकी की सियासी साख लड़खड़ाई

बरेली में गौतम-तोमर में सीधी लड़ाई, बाकी की सियासी साख लड़खड़ाई

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बरेली

बरेली में मेयर का दंगल बहुत रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। मतदान के रुझान और वोटिंग ट्रेंड को देखते हुए भाजपा के प्रत्याशी डाक्टर उमेश गौतम और सपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार डॉक्टर आईएस तोमर के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों पहलवानों के बीच कांटे की टक्कर है। हालांकि शहर के कुछ इलाकों में कांग्रेस और बसपा के उम्मीदवार भी दमखम दिखाने में कामयाब होते नजर आ रहे हैं।

वैसे तो मेयर की महाभारत में 13 खिलाड़ी हैं। हालांकि कुर्सी की जंग उमेश गौतम और आईएस तोमर के बीच है। ज्यादातर बूथों पर भाजपा के उमेश गौतम और निर्दलीय आईएस तोमर को लेकर मतदाता गंभीर नजर आए। शहर के पोलिंग बूथों पर सुबह से दोपहर तक कम मतदान हुआ तो उमेश गौतम और आईएस तोमर की चिंता बढ़ गई। सियासी समीकरण उलझते दिखाई दिए। आनन-फानन में दोनों धड़ों ने सोशल मीडिया का सहारा लिया। दोनों पहलवानों के समर्थकों ने भावनात्मक मैसेज वायरल करने शुरू कर दिए। मतदाताओं को अपने-अपने पक्ष में वोट डालने की अपील की। धर्म और जाति का हवाला देकर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया। मतदाता सूची से छूटे वोटर का मिलान किया गया। उनको फोन करके मतदान करने को कहा। उनके घरों तक समर्थक पहुंचे। उसका असर भी दिखाई दिया। सुबह से खाली पड़े बूथों को दोपहर बाद मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ लगी। शाम को मतदान का ग्राफ बढ़ा।

हालांकि मतदान का आंकड़ा 41 फीसदी तक भी नहीं पहुंच सका। मतदाताओं के रुझान को देखते हुए 2017 से भी ज्यादा रोमांचक लड़ाई होने की उम्मीद जताई जा रही है। उमेश गौतम और आईएस तोमर के बीच सीधी जंग है। हालांकि ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो 13 मई को ही पता चलेगा। सबकी नजर अब मतगणना पर है।

कई इलाकों में पिछले चुनाव में थी लंबी लाइन
हिन्दू और मुस्लिम बाहुल्य दोनों इलाकों में ही मतदान कम हुआ है। पिछले चुनावों में जहां मतदाताओं की लंबी-लंबी लाइन नजर आती थीं इस बार उन बूथों पर सन्नाटे जैसे हालात नजर आए। राजनीतिक जानकार का मानना है कि कम वोटिंग होने से समीकरण उलझ गए है। वोटिंग ट्रेंड बदला है। परंपरागत वोटर मतदान के लिए कम निकला है। जिसकी वजह से आंकलन करना मुश्किल हो गया है। अब 13 तारिख को मत का पिटारा खुलेगा।