भोपाल
माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सीहोर की बेटी पर्वतारोही मेघा परमार का सम्मान करते हुए राज्य सरकार ने पहले उन्हें बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एंबेसेडर बनाया था लेकिन उनके कांग्रेस पार्टी की सदस्यता लेने के बाद राज्य सरकार ने उन्हें ब्रांड एंबेसेडर के पद से हटा दिया। राज्य सरकार ने उन्हें चार विभागों में ब्रांड एम्बेसेडर बनाया था अभी केवल महिला एवं बाल विकास विभाग ने उन्हें ब्रांड एंबेसेडर के पद से मुक्त किया है।
मेघा परमार माउंट एवरेस्ट सहित कई अन्य ऊंचे पहाड़ों पर चढ़कर अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति और साहसिक प्रतिभा का परिचय दे चुकी है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने उन्हें वर्ष 2019 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एंबेसेडर बनाया था। ब्रांड एंबेसेडर बनने के बाद उन्होंने 52 जिलों के तीन सौ गांवों का दौरा किया और ग्रामीण अंचलों में रहने वाले परिवारों के बीच बेटियों को पढ़ाने, आगे बढ़ाने की अलख जगाई। निस्वार्थ भाव से उन्होंने यह काम किया। राज्य सरकार ने उन्हें कुल चार विभागों में ब्रांड एम्बेसेडर बनाया था। कल शाम पांच बजे अचानक उन्हें महिला बाल विकास विभाग की ओर से पत्र मिला कि उन्हें विभाग ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के ब्रांड एंबेसेडर पद से मुक्त कर दिया है।
हाल ही में ज्वाईन की थी कांग्रेस
हाल ही में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। फिलहाल उनका कहीं कोई चुनाव लड़ने का इरादा नहीं है।
करती रहूंगी बेटियों को आगे बढ़ाने काम: मेघा
मेघा परमार ने प्रदेश टुडे से चर्चा करते हुए कहा कि भले ही राज्य सरकार ने उन्हें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के ब्रांड एम्बेसेडर के पद से हटा दिया है। लेकिन वे बिना पद के भी आगे प्रदेश की, देश की बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करती रहुंगी। परिवारों को बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती रहुंगी। मेघा ने बताया कि उन्होेंने निस्वार्थ भाव से यह काम किया है और आगे भी वे करती रहेंगी। चुनाव आयोग सहित अन्य विभागों में उन्हें ब्रांड एम्बेसेडर के पद से हटाने का अभी कोई आदेश नहीं मिला है।