पाकिस्तान
मंगलवार को इमरान खान की गिरफ़्तारी न तो उन्हें दो-तिहाई बहुमत से सत्ता में वापस लाने के मकसद से उन्हें कोई साजिश थी, और न विद्रोह भड़काकर पाकिस्तान में मार्शल लॉ लगाने के लिए इमरान खान को गिरफ्तार किया गया, बल्कि ये पाकिस्तानी सेना के वो ब्लंडर्स हैं, जिसने इमरान खान को देश का हीरो बना दिया है। पाकिस्तान की सेना और पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने इमरान खान को बदले की राजनीति और उन्हें खत्म करने की नीयत ने हीरो बना दिया है। इमरान खान आज की तारीख में पाकिस्तान के सबसे बड़े नेता बन गये हैं, जिसने पाकिस्तानी समाज को बांट दिया, बांट क्या दिया, पाकिस्तानी समाज को अपनी ही सेना के खिलाफ खड़ा कर दिया।
लिहाजा, जानना जरूरी है, कि आखिर पाकिस्तानी सेना से इस बार क्या गलती हो गई, कि वो इमरान खान को काबू में करने में नाकाम हो गई है? आईये उन दो बड़ी गलतियों पर नजर डालते हैं, जिसकी वजह से पाकिस्तान की फौज ने इमरान खान के सामने थाली में सत्ता सजाकर दे दिया है। पाकिस्तानी फौज की पहली गलती पिछले साल अप्रैल में इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से हटाया गया था, लेकिन उससे पहले का वक्त याद करिए।
पिछले साल अप्रैल से पहले करीब 4 साल तक देश की सत्ता संभाल चुके इमरान खान, अपने देश में काफी नापसंद किए जाने लगे थे। उनका सपोर्ट बेस तो था, लेकिन देश की एक बड़ी आबादी को अहसास हो गया था, कि इमरान खान के पास देश की सरकार चलाने की क्षमता नहीं है। इमरान खान के शासन के दौरान से ही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ने गोता लगाना शुरू किया था और महंगाई सातवें आसमान तक पहुंच गई थी।