Home मध्यप्रदेश राज्य सरकार माँ-बहन-बेटी के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेगी : मुख्यमंत्री...

राज्य सरकार माँ-बहन-बेटी के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेगी : मुख्यमंत्री चौहान

2

बेटी की शादी बोझ न लगे, इसलिए आरंभ की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना
मुख्यमंत्री गुडभेला सीहोर के सामूहिक विवाह समारोह में वर्चुअली शामिल हुए
परिणय-सूत्र में बंधे 415 जोड़े

भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिले के ग्राम गुड़भेला में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के सामूहिक विवाह सम्मेलन में वर्चुअल शामिल हुए। उन्होंने 415 जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि विवाह के पवित्र बंधन में बंध रहे दम्पत्ति सुखी, प्रसन्न और आनंदमयी जीवन व्यतीत करें तथा दोनों कुलों और परिवारों का सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाएँ यही कामना है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि समाज में किसी भी परिवार को बेटी की शादी बोझ न लगे, इसलिए वर्ष 2006 में मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना आरंभ की गई। राज्य सरकार द्वारा बेटियों को प्रगति के अवसर उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न योजनाएँ संचालित हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना, पढ़ाई के लिए हरसंभव सहायता के साथ हरकदम पर बेटियों को प्रोत्साहन और सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है। पंचायत एवं नगरीय निकायों के चुनावों में महिलाओं को आरक्षण देना और अचल संपत्ति के पंजीयन में स्टाम्प शुल्क में छूट महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। लाड़ली बहना योजना से महिलाओं का आत्म सम्मान और आत्म-निर्भरता बढ़ेगी। राज्य सरकार माँ-बहन बेटी के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने सामूहिक विवाह में सम्मिलित बेटियों को "मामा की दुआएँ लेती जा-जा तुझको सुखी संसार मिले" की पंक्तियों के साथ भावी सुखी जीवन के लिए शुभकामनाएँ दी। गुड़भेला विवाह सम्मेलन में स्थानीय जन-प्रतिनिधि और वर-वधु पक्ष के परिजन उपस्थित थे।