नई दिल्ली
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी पर मुल्क में बवाल जारी है। इसी बीच जानकार ताजा पाकिस्तान के ताजा घटनाक्रमों को लेकर भारत को भी सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। मंगलवार को खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से ही पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और खान समर्थक सड़कों पर उतर आए थे।
नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड (NSAB) के सदस्य और सुरक्षा जानकार तिलक देवशर बता रहे हैं कि खान की गिरफ्तारी को लेकर भारत को सतर्क रहना होगा। उनका कहना है कि वे पाकिस्तान के हालात से 'ध्यान हटाने' की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि पाकिस्तान में जो अगले सप्ताह या अगले कुछ दिनों में होगा, उससे तय होगा कि पाकिस्तान में कम से कम अगले कुछ महीनों के लिए क्या होने वाला है।'
देवशर खान की गिरफ्तारी को काफी बड़ी घटना बता रहे हैं। उन्होंने कहा, 'इसका काफी समय से इंतजार किया जा रहा था। आप एक-दो महीने पहले की बात याद करें, जब पुलिस ने उन्हें जमन पार्क से गिरफ्तार करने की कोशिश की थी। तब उनके पास अरेस्ट वॉरंट भी था, लेकिन उनके समर्थकों ने पुलिस को अंदर नहीं जाने दिया और पुलिस पीछे हट गई।'
कॉलर पकड़कर ले गए
पार्टी की वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी के अनुसार, लाहौर से संघीय राजधानी इस्लामाबाद आए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष अदालत में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे, तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों तथा खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें (खान को) गिरफ्तार कर लिया। टीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि रेंजर खान को कॉलर से पकड़कर ले जा रहे हैं और उन्हें कैदी वाहन में बैठाया जा रहा है।
पाकिस्तान में बड़े विरोध की तैयारी
फिलहाल, पाकिस्तान में खान की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शन थमने के आसार नहीं हैं। पीटीआई ने नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों से इस्लामाबाद ज्यूडिशियल कॉम्प्लेक्स पर सुबह 8 बजे जुटने की अपील की है। साथ ही पार्टी ने साफ कर दिया है कि खान की रिहाई तक राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन जारी रहेंगे।