प्रयागराज
उमेश पाल और दो सिपाहियों की हत्या करने वाले आरोपियों पर पुलिस ने शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जहां मौका मिला, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की। असलहों की बरामदगी हो या फिर फर्जीवाड़ा करके कागजात तैयार करने का मामला, केस दर्ज हुआ। उमेश से लेकर अतीक हत्याकांड में अब तक 16 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। इस हत्याकांड में पांच-पांच लाख के इनामी तीन शूटर गुलाम, अरमान और साबिर फरार हैं। इनके अलावा महिलाओं में अतीक की पत्नी शाइस्ता, अशरफ की पत्नी जैनब और अतीक की बहन आयशा नूरी वांटेड हैं।
अब तक की एफआईआर
तीन मई-धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्या ने खान सौलत हनीफ की निशानदेही पर उसके घर से 9 एमएम की पिस्टल बरामद करने पर आर्म्स एक्ट की एफआईआर दर्ज कराई।
दो मई-उमेश पाल हत्याकांड में फरार पांच लाख इनामी साबिर ने खुल्दाबाद में आतिन जफर के घर पर शरण ली थी। पुलिस ने छापामारी करके आतिन गिरफ्तार कर रिपोर्ट दर्ज कराई।
26 अप्रैल-अतीक गैंग के बिल्डर मो. मुस्लिम ने अतीक के दोनों बेटों समेत अन्य के खिलाफ अपहरण, रंगदारी की खुल्दाबाद थाने में एफआईआर दर्ज कराई।
16 अप्रैल-कॉल्विन अस्पताल में अतीक और अशरफ की हत्या के बाद धूमनगंज इंस्पेक्टर ने तीनों शूटर सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य के खिलाफ शाहगंज थाने में हत्या, जानलेवा हमले समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई।
15 अप्रैल-धूमनगंज पुलिस ने अतीक और अशरफ की निशानदेही पर पाकिस्तानी कारतूस समेत दो पिस्टल बरामद की। पुलिस ने अतीक और अशरफ पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की।
13 अप्रैल-एसटीएफ की झांसी में अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम से मुठभेड़ हो गई। सीओ एसटीएफ नवेंदु सिंह ने दोनों के खिलाफ झांसी जिले में कुल तीन एफआईआर दर्ज कराई।
11 अप्रैल-अतीक अहमद एवं उसके बेटे अली समेत 13 के खिलाफ गवाह साबिर ने धूमनगंज थाने में रंगदारी और जानलेवा की रिपोर्ट दर्ज कराई।
8 अप्रैल-धूमनगंज इंस्पेक्टर ने अतीक के नौकर राकेश की निशानदेही पर अतीक के बेटे अली के दो फर्जी आधार बरामद किए। इस प्रकरण में अतीक की पत्नी शाइस्ता, बेटा अली समेत चार पर फर्जीवाड़ा की रिपोर्ट दर्ज कराई।
एक अप्रैल-एसटीएफ के इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने अतीक के नौकर शाहरुख उर्फ सारुप को असलहे के साथ गिरफ्तार किया। आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई।
22 मार्च-धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्या ने अतीक के चालक कैश और मुंशी राकेश की निशानदेही पर असलहों के बरामद होने पर धूमनगंज में आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई।
छह मार्च-उमेश पाल को पहली गोली मारने वाले विजय चौधरी की कौंधियारा में पुलिस से मुठभेड़ हुई थी। पुलिस ने विजय के खिलाफ कौंधियारा थाने में रिपोर्ट दर्ज की।
27 फरवरी-क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अरबाज से मुठभेड़ होने पर जानलेवा हमले और आर्म्स एक्ट की रिपोर्ट दर्ज कराई।
27 फरवरी-धूमनगंज इंस्पेक्टर संजय सिंह ने एमबी हाउस में रहने वाले सदाकत को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की।
25 फरवरी-उमेश पाल और दो सिपाहियों की हत्या के बाद उमेश पाल की पत्नी जया ने अतीक अहमद उसकी पत्नी शाइस्ता, बेटों, भाई अशरफ, शूटर गुलाम और बमबाज गुड्डू समेत अन्य अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।