भोपाल
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का इम्पेक्ट खत्म होते ही मई ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिये हैं। मई का महीना वैसे ही तपिश के लिए जाना जाता है, इसलिए बादल-बारिश खत्म होते ही गर्मी ट्रैक पर लौट आई। इसके अलावा हवा की दिशा भी पश्चिमी थी, जो अपने साथ गर्म हवा लेकर आई। इससे पहले 17 अप्रैल को अधिकतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा होकर 39 .6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। इसके बाद अब तापमान ने लंबी छलांग लगाई है। यह 38.7 डिग्री पर पहुंच गया है जबकि न्यूनतम पातारा भी 25 डिग्री पर आ गया है। इसके चलते वातारण में उमस और बैचेनी बढ़ गयी है जबकि आद्रता का प्रतिशत कम हो कर 46 पर पहुंच गया है।
मप्र में तूफान का ज्यादा असर नहीं
अगले 24 घंटों के बारे में मौसम विभाग का कहना है कि आसमान में हल्के बादल छाये रहेंगे। बंगाल की खाड़ी से उठने वाले तूफान का प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में ज्यादा असर होने की संभावना नहीं है। इस दौरान कोई सिस्टम सक्रिय हुआ तो प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादल छा सकते हैं। कहीं बूंदाबांदी या कहीं बारिश भी हो सकती है। देश के अन्य कई राज्यों में तूफान का असर होने की संभावना है।
मौसम विभाग की 26 राज्यों में बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में उठ रहे चक्रवात मोचा को लेकर अलर्ट जारी किया है। अगले पांच दिनों तक नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओड़िशा, उप्र, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, गोवा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल में बारिश हो सकती है। असम, मेघालय, प. बंगाल, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी में छिटपुट बौछारें और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।