राजनांदगांव
जिला प्रशासन राजनांदगांव एवं मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी के संयुक्त तत्वावधान में संयुक्त जिला स्तरीय नि:शुल्क विशाल जनस्वास्थ्य शिविर का आयोजन आज स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शासकीय उच्चतम माध्यमिक विद्यालय डोंगरगांव में किया गया। इस अवसर पर शिविर में दूर-दराज से बड़ी संख्या में आए जनसामान्य, दिव्यांगजन, बुजुर्ग, महिलाएं एवं बच्चों ने अपने स्वास्थ्य का परीक्षण कराया। एक ही स्थान पर सभी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होने तथा विशेषज्ञों द्वारा उपचार एवं परामर्श के कारण दोनों जिलों के लगभग 2907 लोगों ने अपने स्वास्थ्य की जांच कराई। छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री दलेश्वर साहू, कलेक्टर राजनांदगांव श्री डोमन सिंह, कलेक्टर मोहला- मानपुर- अम्बागढ़ चौकी श्री एस जयवर्धन ने शिविर का अवलोकन किया।
कलेक्टर मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी श्री एस जयवर्धन ने कहा कि राजनांदगांव कलेक्टर श्री डोमन सिंह के सहयोग से संयुक्त रूप से जनसामान्य के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दिव्यांग मरीजों की पहचान के लिए के लिए इस शिविर का आयोजन किया गया हैं। यहां बहुत अच्छा शिविर का आयोजन हुआ है। आने वाले समय में नये जिले मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी में भी स्वास्थ्य शिविर कराएंगे। सभी मरीजों का फॉलोअप लेते हुए उनके स्वास्थ्य ठीक होने तक आगे कार्य करेंगे। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित कुमार ने कहा कि सभी ने शिविर में अपनी पूर्ण सहभागिता निभाई, योजना के सही तरीके से क्रियान्वयन के लिए सभी को बहुत धन्यवाद। मरीजों को चिन्हांकित कर उनके उपचार के लिए शिविर तक लाया गया। इसके लिए एसडीएम, सभी जनपद सीईओ को बहुत धन्यवाद। दोनों जिलों के मरीजों एवं अधिकारी सभी मरीजों का फॉलोअप लिया जाएगा।
मरीजों को यहां तक लाने के समुचित व्यवस्था की गई और सभी डॉक्टर, शिक्षा विभाग एवं अन्य विभागों का योगदान और सहभागिता रही। शिविर में 2907 मरीजों का पंजीयन किया गया। जिसमें 184 दिव्यांग पंजीयन, 116 आयुष्मान कार्ड, 41 कृत्रिम अंग, 230 खून-पेशाब जांच, 237 जनरल मेडिसिन, 176 मनोरोग एवं मेडिसीन, 258 नेत्र जांच, 110 शिशु रोग, 174 अस्थि रोग, 56 दन्त रोग, 1 मुख कैंसर, 63 नशा मुक्ति, 17 स्त्री रोग, 121 नाक-कान-गला रोग, 56 आॅडियोमैट्री, 8 कैंसर, 902 अन्य बीमारी, 26 दिव्यांग प्रमाण पत्र वितरण, 184 मरीजों को चश्मा वितरण किया गया। शिविर में डॉक्टरों को शाल व प्रशस्ति पत्र तथा अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।