भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अंतिम दौर में चल रही हैं। परीक्षा को नकलचियों से बचाने के लिए दो उड़नदस्ते तैयार किए गए हैं। दोनों उड़नदस्तों ने 100 से ज्यादा विद्यार्थियों पर नकल प्रकरण दर्ज कर रिपोर्ट बीयू भेज दी है। विद्यार्थियों को जांच कमेटी दोषी पाती है, तो उन्हें नियमानुसार तीन साल के लिए परीक्षा से बाहर कर दिया जाएगा।
बीयू की बीए, होम साइंस बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बीसीए, बीकॉम अंतिम वर्ष एवं बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बीसीए, बीकॉम आनर्स द्वितीय वर्ष के एटीकेटी पूरक परीक्षा तथा एमबीबीएस परीक्षाएं चल रही हैं। बीयू ने 7 जिलों में परीक्षाओं के लिए करीब 89 परीक्षा केंद्र तैयार किए हैं। परीक्षाओं पर नकल को रोकने के लिए दो उड़नदस्ते तैयार किए हैं, जिन्होंने सभी केंद्रों पर विजिट कर 100 से ज्यादा नकल प्रकरण दर्ज किए हैं। उक्त प्रकरणों को तैयार कर बीयू भेज दिया गया है। अब यूएफएम कमेटी उक्त प्रकरणों पर कार्रवाई करेगी। इसमें विद्यार्थी पूर्णता दोषी पाया जाता है, तो उसे 3 साल तक परीक्षा से वंचित रखा जाएगा। कमेटी उनकी एक विषय या पूरी परीक्षा भी निरस्त कर सकती है।
मिश्रा को बनाया समन्वयक
बीयू ने परीक्षा का समन्वयक एवं परीक्षा नियंत्रण कक्ष प्रभारी प्रो. पवन मिश्रा को बनाया है। उन्होंने दो उड़नदस्ते तैयार किए हैं। इसमें उड़नदस्ता दल क्रमांक एक में संयोजक संतोष कुमार भदौरिया हैं। उसके सदस्य शशांक शेखर ठाकुर, यूपी शुक्ला, सोनिया पटेल, कमलेश नेगी हैं। उड़नदस्ता दल क्रमांक दो में प्रतिभा सिंह संयोजक और अच्छेलाल, अंसारी, मंजूलता पाठक और डॉ एसएस यादव सदस्य हैं।
परीक्षाओं को नकल से मुक्त रखने के लिऐ उड़नदस्ते तैयार किए गए हैं। उनकी रिपोर्ट के आधार पर विद्यार्थियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
– सुरेश कुमार जैन, कुलपति, बरकतउल्ला विवि