अनूपपुर
कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से कार्यों में पारदर्शिता लाने का प्रयास कर रही है। डिजिटाइजेशन के माध्यम से सभी योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने, योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन, विभागों का समन्वय बढ़ाने और जन कल्याण की गति में तेजी लाने हेतु ई-ऑफिस की शुरुआत की गई है। इस हेतु तृतीय श्रेणी तक के सभी अधिकारी निर्धारित प्रपत्र में अनिवार्य रूप से सूचना विज्ञान केंद्र विभाग अनूपपुर को डाटा उपलब्ध कराएं। जिससे 31 मार्च तक सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू किया जा सके तथा संपूर्ण कार्य डिजिटाइजेशन माध्यम से पूर्ण हो सके। कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली आज कलेक्ट्रेट कार्यालय के नर्मदा सभागार में आयोजित समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री तन्मय वशिष्ठ शर्मा, अपर कलेक्टर श्री दिलीप पांडेय, सहायक कलेक्टर एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पराजगढ़ श्री महिपाल सिंह गुर्जर, अनुविभागीय अधिकारी वन श्री अंशुल तिवारी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अनूपपुर श्री सुधाकर सिंह बघेल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतहरी श्रीमती अंजली द्विवेदी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोतमा श्री अजीत तिर्की सहित जिले के सभी विभागों के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुरूप संबंधित निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों से रोड निर्माण गतिविधि तथा प्रगति के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिए गए निर्देशों का क्रियान्वयन सात दिवस के भीतर गंभीरता के आधार पर किया जाए तथा इसमें किसी प्रकार की लापरवाही एवं उदासीनता नहीं बरती जाए।
बैठक में कलेक्टर ने समाधान ऑनलाइन एवं सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि समाधान ऑनलाइन एवं सीएम हेल्पलाइन का निराकरण गंभीरता के आधार पर किया जाए। अधिकारी स्वयं रुचि लेते हुए शिकायतकर्ता से बात करें तथा उनके प्रकरणों का निराकरण करें।
बैठक में कलेक्टर ने अमरकंटक में आयोजित होने वाले नर्मदा महोत्सव की तैयारी की भी समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर ने विद्युत सप्लाई, बैरिकेडिंग, यातायात व्यवस्था, डॉक्टर एवं एंबुलेंस व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था, परिचय पत्र, भंडारा, शोभा यात्रा, कलश यात्रा, कन्या पूजन, पार्किंग व्यवस्था, सार्वजनिक शौचालय फूड स्टॉल रंगाई पुताई, टेंट लाइट सहित अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों की तैयारी के संबंध में संबंधित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी की सहभागिता नर्मदा महोत्सव में अनिवार्य है, सभी अधिकारी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।
बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अपर कलेक्टर तथा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा अधिकारियों को जो भी कार्य बताए जाते हैं अथवा जो भी निर्देश दिए जाते हैं, उनका पालन अनिवार्य रूप से करना सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि शासकीय कार्यालयों का संचालन शासन द्वारा निर्धारित समय के अनुसार हो, सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने कार्यालय में कार्यालयीन समय में उपस्थित हो, उन्होंने कहा कि उनके द्वारा स्वयं या अपर कलेक्टर के माध्यम से कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण कभी भी किया जा सकता है, कार्यालयीन समय में बिना सूचना दिए कोई अधिकारी या कर्मचारी अनुपस्थित पाया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। इसी प्रकार कलेक्टर ने अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी विशेष चर्चा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।