मुंबई।
2020 में मुंबई मुंशी कॉरपोरेशन ने कंगना रनोट के ऑफिस का कुछ हिस्सा अवैध करार देते हुए गिरा दिया था। अब कंगना ने 3 साल बाद कहा है कि उन्हें उनकी बिल्डिंग गिराने के एवज में कोई मुआवजा नहीं मिला है। कंगना ने कहा कि कोर्ट ने उन्हें मुआवजा देने की बात कही थी लेकिन अब उन्हें एक भी पैसा नहीं चाहिए।
एक्ट्रेस ने कहा कि वो नहीं चाहती कि उनकी वजह से टैक्स पेयर्स का नुकसान हो। दरअसल कंगना ने सुशांत सिंह राजपूत केस में उद्धव ठाकरे सरकार को खूब घेरा था। इसके कुछ ही दिनों बाद उनकी बिल्डिंग पर बुलडोजर चल गया था। कंगना ने कहा, 'मुझे अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला है, वे मूल्यांकन करने वालों को भेजने वाले थे। मैं एकनाथ शिंदे जी से भी मिली थी। मैंने उनसे कहा कि अब मुझे टैक्स पेयर्स के पैसों का मुआवजा नहीं चाहिए। जब कंगना के पार्ली हिल वाले ऑफिस पर बुलडोजर चला तो उन्होंने तुरंत बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया। उन्होंने पेटिशन फाइल कर स्टे की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने 2 करोड़ रुपए बतौर मुआवजा भी मांगा था। कोर्ट ने तब BMC को कड़ी फटकार भी लगाई थी।
दरअसल ये पूरा मामला सुशांत सिंह राजपूत की सुसाइड के बाद शुरू हुआ था। कंगना ने महाराष्ट्र के तब सीएम रहे उद्धव ठाकरे पर तीखा प्रहार किया था। कंगना ने आरोप लगाया था कि उद्धव सरकार मामले को जानबूझ कर दबाने का प्रयास कर रही है। कंगना का सीधे तौर पर आरोप था कि सुशांत ने सुसाइड नहीं की बल्कि उसकी हत्या हुई थी। कंगना के इस आरोप के बाद शिवसेना के सांसद और उद्धव ठाकरे के करीबी संजय राउत ने उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। इसी के बाद उनकी ऑफिस के कुछ हिस्से को अवैध करार देकर गिरा दिया गया।