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राजधानी भोपाल सहित छह जिलों में अब FDR टेक्नीक से बनेंगी सड़कें, लागत आधी, क्वालिटी डबल पर ध्यान

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भोपाल

राजधानी भोपाल सहित छह  जिलों में अब लोक निर्माण विभाग फुल डेप्थ रिक्लेयेशन (एफडीआर) तकनीकी से सड़कों का निर्माण करेगा। इस तकनीक से सड़क निर्माण की लागत में पचास प्रतिशत की कमी आएगी और उसकी मजबूती और गुणवत्ता सामान्य सड़कों से अधिक होगी।

रोड डेवलमपेंट कारपोरेशन ने प्रदेश की एक सड़क का इस तकनीक से काम शुरु किया है। इसके बाद अब राजधानी भोपाल सहित छह जिलों में अब लोक निर्माण विभाग पायॅलट प्रोजेक्ट के तहत 120.52 किलोमीटर लंबी पांच सड़कें बनाई जाएंगी।

एफडीआर तकनीक से सड़क निर्माण में चालीस से पचास फीसदी लागत कम आती है और इसकी मजबूती दुगनी से ज्यादा होती है।  इस तकनीक में पुरानी सड़क उखाड़कर उसकी गिट्टी का उपयोग किया जाता है। इसमें नई गिट्टी थोड़ी मात्रा में मिलाई जाती है। गिट्टी के साथ एक कैमिकल मिलाकर उपयोग किया जाता है। इससे डामर कम लगता है। पुरानी सड़क को रिसाइकल करके यह सड़क बनाई जाती है। सड़क बनाने से पहले धूल को हवा के प्रेशर से साफ कर उसपर फैलिक कपड़े बिछाए जाते है।

यह हवा में मौजूद नमी को सोख लेते हे। इस पर डामर के लेप का छिड़काव किया जाता है। इसके बाद मटेरियल डालकर रोलर से घुमाया जाता है। विशेष प्रकार की मशीनों के जरिए ये सड़के तैयार की जाती है। इस तकनीकी से बनी सड़कों की उम्र दुगनी होती है।  इस पर लगने वाला खर्च पचास प्रतिशत तक कम होता है। तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में इसी पद्धति से सड़कों का निर्माण हो रहा है। इस तकनीक से बनी सड़कों में कम मात्रा में मटेरियल का उपयोग होता है और विशेष्उा किस्म के कैमिकल के उपयोग से सड़क की थिकनेस ज्यादा होती है।

सीहोर में बन रही है एफडीआर तकनीक की पहली सड़क
मध्यप्रदेश में रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन ने पहली बार एफडीआर तकनीक से सीहोर से श्यामपुर के बीच 24.30 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की शुरुआत की है। इसके निर्माण पर सिर्फ 29 करोड़ का खर्च आएगा। इस तकनीक से बनने वाली यह प्रदेश की पहली सड़क है। चंडीगढ़ की गर्म संस ई स्टेट प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड इस सड़क का निर्माण कर रहा है। भोपाल में भोपाल चिकलौद 11 मील चौराहे सें बंगरसिया तक फोरलेन का निर्माण किया जाएगा। 6 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के निर्माण पर 49 करोड़, 98 लाख  चौदह हजार रुपए का खर्च आएगा।

राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के छह जिलों में लोक निर्माण पहली बार एफडीआर तकनीक का उपयोग कर सड़के बनाएगा। इससे सड़कों की लागत आधी हो जाएगी और गुणवत्ता तथा मजबूती दुगनी हो जाएगी।
सुखवीर सिंह, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग