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पिंपरी-चिंचवड में पुलिस ने जीएसटी चोरी के एक मामले का खुलासा करते हुए आरोपी जालसाज को किया गिरफ्तार

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पिंपरी-चिंचवड (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड में पुलिस ने जीएसटी चोरी के एक मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी जालसाज को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी मोहम्मद अहमद उर्फ आदिल रहमानी ने पीड़ित को लोन दिलाने का वादा किया और उनके दस्तावेजों का इस्तेमाल करके शॉप्स एंड एस्टेब्लिशमेंट एक्ट लाइसेंस प्राप्त किया। इसके बाद, उसने इस लाइसेंस का दुरुपयोग कर व्यापारिक गतिविधियों में शामिल होते हुए 5.76 करोड़ रुपये के लेन-देन किए और 1.03 करोड़ रुपये के जीएसटी की चोरी की।

रहमानी ने पीड़ित की सहमति के बिना उनके दस्तावेजों से एक फर्जी कंपनी "डीबी एंटरप्राइजेज" बनाई और अप्रैल 2023 से अक्टूबर 2023 के बीच झूठे चालान तैयार कर व्यापारिक गतिविधियों का संचालन किया। धोखाधड़ी का मामला तब सामने आया जब 4 अक्टूबर को स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज की गई। रहमानी के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और फर्जी दस्तावेज बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए।

पिंपरी-चिंचवाड़ के डीसीपी शिवाजी पवार ने बताया, "हमारे पास जो व्यक्ति शिकायत लेकर आए थे, वह एक गैरेज में काम करते हैं और उन्हें लोन की आवश्यकता थी। उन्होंने किसी परिचित से मिलकर एक व्यक्ति से संपर्क किया, जो इस मामले में आरोपी है। इस आरोपी ने उनके पैन कार्ड, आधार कार्ड, सिम कार्ड जैसे सभी दस्तावेज ले लिए थे। इन दस्तावेजों के आधार पर आरोपी ने एक फर्जी कंपनी बनाई और इस कंपनी के नाम पर खाता खोलकर सभी लेनदेन दिखाए। लगभग पांच करोड़ से ज्यादा के आसपास एक लेन-देन हुआ, जिसमें सरकार को जीएसटी के रूप में सवा करोड़ रुपये जमा करना जरूरी था।"

उन्होंने बताया कि आरोपी ने इस फर्जी कंपनी का इस्तेमाल कर पैसे की हेराफेरी की और सवा करोड़ रुपये का जीएसटी खुद के लिए इस्तेमाल कर लिया, जो सरकार को जमा होना था। शुरुआत में एक आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी और उसे हिरासत में लिया गया। जांच के दौरान यह पता चला कि दूसरे आरोपी का भी इसमें हाथ था, जिसे अब हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने कहा, "अब यह जांच की जा रही है कि आरोपी ने और फर्जी कंपनियां बनाई हैं या नहीं और क्या उसने जीएसटी से संबंधित और धोखाधड़ी की है। जीएसटी विभाग और हमारी जांच टीम इस मामले पर काम कर रही है और जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे, वैसे-वैसे जो भी आरोपी होंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।"