सनातन धर्म में भूमि खरीदारी से लेकर गृह निर्माण और गृह प्रवेश के समय वास्तु नियमों का पालन किया जाता है। वास्तु नियमों के पालन करने से घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आती है। अनदेखी करने से जीवन में नाना प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक विषमता का भी सामना करना पड़ता है। इसके लिए ज्योतिष वास्तु नियमों का पालन करने की सलाह देते हैं। इसके लिए घर में घड़ी लगाते समय भी वास्तु नियमों का पालन करें। ऐसा करने से तरक्की कभी नहीं रुकती है। आइए जानते हैं-
वास्तु नियम
पूर्व दिशा में सूर्य देव का वास होता है। इस दिशा में घड़ी लगाने से व्यक्ति को करियर और कारोबार में मनमुताबिक सफलता मिलती है। व्यक्ति अपने जीवन में तरक्की के मार्ग पर अग्रसर रहता है। पेंडलूम वाली घड़ी लगाना उत्तम माना जाता है। इसके लिए पूर्व दिशा में पेंडलूम वाली घड़ी लगाएं।
वास्तु जानकारों की मानें तो दक्षिण दिशा में पितरों का वास होता है। इसके लिए दक्षिण दिशा में भूलकर भी घड़ी न लगाएं। इस दिशा में घड़ी लगाने से विकास में अवरोध पैदा होता है। साथ ही गृह स्वामी पर बुरा असर पड़ता है। अगर गलती से लगा देते हैं, तो उतार लें।
घर पर कभी बंद घड़ी न रखें। अगर घड़ी चलने वाली है, तो बैटरी लगा दें। अगर घड़ी खराब पड़ी है, तो घड़ी को घर से निकाल दें। घर में चलने वाली घड़ी जरूर लगाएं। इससे घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आती है। साथ ही समय भी सही रहता है।
अगर आप किसी को कोई गिफ्ट देना चाहते हैं और आप अपने प्रिय को घड़ी देने की सोच रहे हैं, तो ऐसा बिल्कुल न करें। गिफ्ट में घड़ी देना सही नहीं है। ऐसा करने से वक्त ठहर जाता है। ऐसा भी होता है कि आपके हाथ से सही वक्त निकल जाता है।
घर पर सफेद रंग की घड़ी लगाएं। इसके अलावा, अन्य रंगों की घड़ी लगाते समय वास्तु एक्सपर्ट की अवश्य सलाह लें। अनदेखी करने से वास्तु दोष लग सकता है। वास्तु जानकारों की मानें तो रात में सोते समय अपने पास में घड़ी बिल्कुल न रखें।