भोपाल
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने जातिगत जनगणना का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में इस पर रोक क्यों लगाई गई, यह तो पता नही पर जातिगत जनगणना होना चाहिए। इससे विभिन्न वर्गों की स्थिति भी स्पष्ट हो जाएगी। ओबीसी आरक्षण का लाभ अब तक क्यों नहीं मिला, इसे भी समझने की आवश्यकता है। न्यायालय में इसके विरोध में कौन गए थे और आज वे क्या हैं, यह भी पता होना चाहिए। उन्होंने सरकार में आने पर कुर्मी समाज को भोपाल में भवन बनाने के लिए भूमि उपलब्ध कराने की घोषणा भी की।
भोपाल के रविंद्र भवन में शुक्रवार को अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा की मध्य प्रदेश इकाई के प्रांतीय महासम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय हमने किया था। इसे कोर्ट-कचहरी में अटका दिया। इसका पूरी तरह लाभ अब तक नहीं मिला है। आज सबसे बड़ी चुनौती युवाओं के भविष्य की है। बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़ी समस्या है। इससे हर वर्ग परेशान है। मध्य प्रदेश देश के मध्य में है, पर उद्यमी हरियाणा या अन्य राज्य में उद्योग लगाता है क्योंकि उसे विश्वास नहीं है।
कमल नाथ ने कहा कि हमने 15 माह में प्रदेश की छवि बदलने के लिए नीति और नीयत का परिचय दिया था। कांग्रेस या कमल नाथ का साथ भले ही न दें पर सच्चाई का साथ अवश्य दीजिएगा, क्योंकि आपको तय करना है कि प्रदेश का भविष्य कैसे सुरक्षित रहेगा।
इसके पहले संगठन पदाधिकारियों ने कमल नाथ से सरकार में आने पर ओबीसी आरक्षण शत-प्रतिशत लागू करने, विधानसभा चुनाव में 50 टिकट ओबीसी वर्ग को देने, युवाओं के लिए रोजगार, आयोग, निगम व मंडलों में प्रतिनिधित्व देने सहित अन्य मांग रखी।