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बिहार-मुख्यमंत्री नितीश ने सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग की डायरी एवं कैलेण्डर किया लोकार्पित, जलवायु परिवर्तन से बचाव को दर्शाया

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पटना।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 01 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प‘ मेंबिहार सरकार के सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित बिहार डायरी 2025 एवंकैलेण्डर 2025 का लोकार्पण कर राज्य की जनता को समर्पित किया।कार्यक्रम के दौरान सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार नेहरित पौधा भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।बिहार कैलेण्डर-2025 में राज्य में चलायी जा रही अग्रणी योजनाओं को समावेशितकिया गया है।

अक्टूबर माह के पृष्ठ पर जलवायु परिवर्तन से बचाव के लिए किए गये कार्यों कोदर्शाया गया है। बिहार को सुंदर, हरित और स्वच्छ बनाने तथा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्नचुनौतियों से कारगर ढंग से निपटने, पारिस्थितिकीय संतुलन बनाए रखने, पर्याप्त जलउपलब्धता सुनिश्चित करने, वन आच्छादन को बढ़ावा देने, नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग एवंऊर्जा की बचत पर बल देने तथा बदलते पारिस्थितिकीय परिवेश के अनुरूप कृषि एवं संबद्धगतिविधियों को नया स्वरूप प्रदान करने के लिए बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर 02अक्टूबर, 2019 से राज्य में जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत की गयी। मुख्यमंत्रीश्री नीतीश कुमार का कहना है कि जब तक पृथ्वी पर जल और हरियाली है, तभी तक जीवनसुरक्षित है- जीवन चाहे मनुष्य का हो या पशु-पक्षी का। ऐसा व्यापक राज्यव्यापी अभियानचलाने वाला बिहार देश का पहला राज्य है। जल-जीवन-हरियाली अभियान की सराहना अबदेश ही नहीं बल्कि विश्व के कई मंचों से की जा रही है। 19 जनवरी 2020 को राज्य के 5करोड़ 16 लाख से अधिक लोगों ने इस अभियान के समर्थन में 18 हजार किलोमीटर सेअधिक लंबी मानव श्रृंखला बनाकर इस अभियान का मुखर समर्थन किया तथा इसे वैश्विकस्तर पर भी पहचान दिलाई। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा 24 सितंबर, 2020 को संयुक्तराष्ट्र के उच्चस्तरीय जलवायु परिवर्तन राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में कई देशों के प्रधानमंत्री एवंप्रमुख नेताओं के समक्ष इस अभियान के महत्व को बताया गया। इस अभियान की प्रशंसामाइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स द्वारा भी की गयी है।

नवंबर माह के पृष्ठ पर ऊर्जा के क्षेत्र में किए गये बेहतर कार्यों को दर्शाया गया है।मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ऊर्जा के क्षेत्र में बिहार अग्रणी राज्य बन गया है।बिजली व्यवस्था में व्यापक सुधार के कारण राज्य के लोगों को 24ग्7 गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाधबिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। विकसित बिहार के सात निश्चय में शामिल ’हर घरबिजली’ के निश्चय को तय समय से दो महीने पहले ही पूर्ण कर लिया गया था। राज्य केहर घर, हर गांव तक बिजली पहुंचाने के उपरांत हर खेत तक बिजली पहुंचाने के लिए राज्यसरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री कृषि संबंध योजना के तहत किसानों को निःशुल्क कनेक्शनदिया जा रहा है। लोगों को रियायती दर पर बिजली उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री विद्युतसहायता योजना के तहत विभिन्न श्रेणी के उपभोक्ताओं को 40 से 92 प्रतिशत तक काअनुदान दिया जा रहा है। राज्य में विद्युत संचरण एवं वितरण प्रणाली में किए गये अभूतपूर्वकार्यों के कारण राज्य में विद्युत की कुल अधिकतम मांग की आपूर्ति 8005 मेगावाट तक पहुँचचुकी है जो वर्ष 2005 में मात्र 700 मेगावाट थी। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहतसरकारी एवं निजी भवनों पर सौर ऊर्जा संयत्रों का अधिष्ठापन तथा मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलरस्ट्रीट लाईट योजना के तहत पंचायतों में तेजी से सोलर स्ट्रीट लाईट का अधिष्ठापन कियाजा रहा है। सौर ऊर्जा प्रोत्साहन के तहत कजरा (लखीसराय) में 185 मेगावाट की एक बड़ीसौर परियोजना, फुलवरिया (नवादा) में फ्लोटिंग परियोजना तथा विक्रम (पटना) में नहर केकिनारे सौर परियोजनाएं बनाई जा रही हैं।

दिसंबर माह के पृष्ठ पर ‘जीविका’ द्वारा किए गये कार्यों को दर्शाया गया है। बिहारसरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना ’जीविका’ बिहार में महिलाओं के विकास, सशक्तीकरण एवंगरीबी के उन्मूलन के लिए कार्य कर रही है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह काफी कमसंख्या में थे। वर्ष 2006 में विश्व बैंक से ऋण लेकर राज्य में स्वयं सहायता समूहों के गठनके लिए परियोजना शुरू की गयी, जिसका नामकरण मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने“जीविका“ किया। पहले चरण में राज्य के 6 जिलों के 18 प्रखंडों में इस परियोजना को शुरूकिया गया था जिसका विस्तार राज्य के सभी 534 प्रखंडों में किया गया। जीविका के अतंर्गतअब तक 10 लाख 63 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन हो चुका है, जिसमें 1 करोड़ 31लाख से भी अधिक महिलाएँ जुड़कर जीविका दीदियाँ बन गयी हैं। स्वयं सहायता समूहों मेंकिए जा रहे कार्यों से जीविका दीदियों में जागृति आ रही है और वे स्वावलंबी बन रही हैं।अब शहरी क्षेत्रों में भी जीविका के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों के गठन का काम किया जारहा है।

बिहार डायरी एवं कैलेण्डर के लोकार्पण के अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधानसचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री अमृतलाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव सह सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपमकुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह तथा सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के निदेशक श्री वैभव श्रीवास्तव उपस्थित थे। ’’’’’’