क्रीमिया
रूस-यूक्रेन युद्ध के 63वें सप्ताह में यूक्रेन ने रूस पर बड़ा हमला बोलकर लड़ाई तेज कर दी है। यूक्रेनी ड्रोन और मिसाइल के ताबड़तोड़ हमलों से क्रीमिया में कोहराम मच गया है। वहां आसमान में आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखी गईं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेनी ड्रोन ने क्रीमिया में 10 रूसी ऑयल डिपो को तबाह कर दिया है। हरेक डिपो की क्षमता करीब 40,000 टन की थी। रूस का नौसेना को इन्हीं डिपो से तेल की सप्लाई होती थी।
इस बीच, रूस ने यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ तेजी से हमले तेज कर दिए हैं, जिसमें दर्जनों लोगों की जान चली गई है। खबर है कि 29 अप्रैल को क्रीमिया प्रायद्वीप पर सेवस्तोपोल के पास, कोज़ाचा खाड़ी में यूक्रेन ने ही विस्फोटों को अंजाम दिया है। कोज़ाचा खाड़ी रूस के काला सागर बेड़े का बेस स्टेशन रहा है।
ड्रोन अटैक के फुटेज में फ्यूल टैंक पार्क से बड़े पैमाने पर आग की लपटें और धुएं के गुब्बार उठते हुए दिखाई दिए हैं। यूक्रेनी सैन्य खुफिया प्रवक्ता एंड्री युसोव ने कहा कि हमने ड्रोन अटैाक में रूस के 40,000 टन रिफाइंड तेल उत्पादों वाले 10 टैंक नष्ट कर दिए हैं।
रूसी कब्जे वाले क्रीमिया के रूस-स्थापित गवर्नर मिखाइल रज़वोझायेव ने भी पुष्टि की है कि एक यूक्रेनी ड्रोन ने एक ऑयल डिपो पर हमला किया है, जिससे 1,000 वर्ग मीटर (10,764 वर्ग फुट) से अधिक आकार में आग लग गई ।
अलजजीरा के मुताबिक, एक रूसी सैन्य ब्लॉगर ने कहा है कि दो यूक्रेनी ड्रोन ने चार ईंधन टैंकों को नष्ट कर दिया है। एक अन्य रूसी ब्लॉगर ने कहा कि 10 मुगिन -5 यूएवी को ओडेसा में शकिलनी हवाई क्षेत्र से ईंधन टैंक के खिलाफ लॉन्च किया गया था और कुछ को मार गिराया गया था।
इससे पहले रूस ने 4 मई को नोवोरोस्सिएस्क के काला सागर बंदरगाह के पास इल्स्की तेल रिफाइनरी में आग लगने के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया था लेकिन यूक्रेन ने उस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली थी। यूक्रेनी नागरिकों पर रूसी हवाई हमलों के एक दिन के भीतर दोनों ईंधन सुविधाओं पर हमले किए गए थे। कोज़ाचा खाड़ी में हमले से एक दिन पहले, रूसी क्षेत्र से दागी गई मिसाइलों ने मध्य यूक्रेन के उमान में निशाना बनाया था, जिसमें पांच बच्चों सहित 20 नागरिक मारे गए थे।