भोपाल
अगले साल के मार्च तक रिटायर होने वाले आईपीएस से लेकर उपनिरीक्षक तक के अफसरों को मैदानी पोस्टिंग से हटाने पर विचार किया जा रहा है। इस विचार के चलते ऐसे अफसरों के नामों की छंटनी की जा रही है, इसके बाद इन पर जल्द ही इस पर गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय कोई निर्णय लेगा।
सूत्रों की मानी जाए तो पुलिस मुख्यालय विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारी में जुटा हुआ है। पिछले चुनाव के दौरान जो निर्देश चुनाव आयोग से पुलिस मुख्यालय को मिले थे, उसके अनुसार चुनाव कार्य में ऐसे अफसरों को तैनात नहीं किया जाना था, जिन्हें रिटायरमेंट के 6 महीने या उसके कम समय बचा हुआ है। इसके चलते पुलिस मुख्यालय में निर्देश के बाद ऐसे अफसरों के तबादले किए थे।
होमवर्क में जुटा मुख्यालय
इस बार पुलिस मुख्यालय इस पर पहले से ही होम वर्क करने में जुट गया है। हालांकि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब तक पुलिस मुख्यालय के पास चुनाव आयोग से गाईड लाइन नहीं आई, लेकिन वह ऐसे अफसरों के नाम छांट रहा है, जिन्हें दिसंबर तक रिटायर होने में 6 महीने या इससे कम का वक्त बचा हुआ है। चुनाव आयोग के यदि पूर्व की ही तरह निर्देश रहे तो उनकी जिम्मेदारी में फेरबदल तत्काल किया जा सकेगा।
एक आईपीएस ही मैदानी पोस्टिंग में
चुनाव के दौरान 6 महीने या उससे कम समय रिटायरमेंट के बचे होने वाले आईपीस अफसरों में सिर्फ एक ही नाम हैं। जिनकी मैदानी पोस्टिंग हैं। हालांकि वे भी जल्द ही उस शहर से निकल कर पुलिस मुख्यालय आने के प्रयास कर रहे हैं। इनके अलावा राज्य पुलिस सेवा के कई अफसर हैं, जिनकी पदस्थापना जिलों में है, और उनकी 62 साल की उम्र अगले साल मार्च तक पूरी हो रही है।