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राजस्थान-चिकित्सा मंत्री ने नर्सिंग काउंसिल में नाइटिंगेल की प्रतिमा का अनावरण किया, ‘पीड़ित मानवता की सेवा में अमिट योगदान’

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जयपुर।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के उन्नयन के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश में नर्सेज एवं पैरामेडिकल स्टाफ के सभी रिक्त पदों पर जल्द से जल्द भर्ती हो और गांव-ढाणी तक बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हों।

उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में अल्पकाल में ही 20 हजार से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की गई है। खींवसर सोमवार को राजस्थान नर्सिंग काउंसिल के परिसर में आधुनिक नर्सिंग की जननी फ्लोरेंस नाइटिंगेल की प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने काउंसिल परिसर में फ्लोरेंस नाइटिंगेल की प्रतिमा का अनवारण किया एवं पौधारोपण किया। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि फ्लोरेंस नाइटिंगेल पीड़ित मानवता की सेवा की प्रतिमूर्ति थीं। इस क्षेत्र में उनका अमिट योगदान रहा है। उन्होंने न केवल रोगियों की सेवा की, बल्कि अस्पतालों में स्वच्छता और देखभाल के मानकों को भी बेहतर बनाया। क्रीमिया युद्ध के दौरान उन्होंने घायल सैनिकों की सेवा की, जिससे उन्हें ‘लेडी विद द लैम्प‘ के रूप में पहचान मिली। उन्होंने नर्सिंग को एक सम्मानजनक पेशा बनाया और महिलाओं को सशक्त भी किया। उनका समर्पण और सेवा सबके लिए प्रेरणादायी है।

नर्सिंग सेवा के शेष रिक्त पदों को भी शीघ्र भरा जाएगा—
श्री खींवसर ने कहा कि राज्य सरकार नर्सिंग एवं पैरामेडिकल सेवाओं को विशेष महत्व दे रही है। पूर्ववर्ती सरकार के समय भर्तियां नहीं होने से नर्सिंग सेवाएं चरमरा गई थीं। राज्य सरकार ने मिशन मोड में भर्तियां कर नर्सिंग सेवा के रिक्त पदों को काफी हद तक भर दिया है। शेष रिक्त पदों को भी शीघ्र भर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रिक्तियों को भरने के साथ-साथ पदस्थापन में पूरी पारदर्शिता रखते हुए पोर्टल के माध्यम से नवचयनित कार्मिकों को वरीयता एवं मानवीय मापदण्डों के आधार पर नियुक्तियां दी गई हैं।

स्थानांतरण गाइडलाइन एवं पारदर्शिता के साथ—
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य हित में स्थानांतरण से प्रतिबंध हटाया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में पूरी पारदर्शिता एवं गाइडलाइन के आधार पर स्थानांतरण किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि महिलाओं, दिव्यांगजन, गंभीर बीमारियों आदि से  पीड़ित कार्मिकों को स्थानांतरण में प्राथमिकता मिले। भविष्य में यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी अधिकारी एवं कार्मिक लंबे समय तक एक स्थान पर पदस्थापित नहीं रहे। सबको स्थानांतरण के माध्यम से राहत मिले। इसके लिए चिकित्सा विभाग स्थानांतरण नीति बना रहा है।

मा योजना में जल्द लागू करेंगे पोर्टेबिलिटी की सुविधा—
श्री खींवसर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने चिकित्सा के क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अब तक का सर्वाधिक बजट प्रावधान किया है। राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को सुगमता के साथ उपचार उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना लागू की है। इसका दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है। बाहर के नागरिक प्रदेश में आकर एवं यहां के नागरिक बाहर जाकर इस योजना के तहत उपचार प्राप्त कर सकें, इसके लिए जल्द ही पोर्टेबिलिटी की सुविधा भी लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को संकल्पबद्धता के साथ नई ऊंचाइयां दी जाएंगी। सिविल लाइंस विधायक श्री गोपाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार के अल्प कार्यकाल में ही चिकित्सा के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं, जिनसे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का मजबूत ढांचा तैयार हुआ है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग का प्रोफेशन समर्पण, सेवा और विनम्रता का प्रतीक है। यह गौरव की बात है कि हमारे नर्सिंगकर्मी पीड़ित मानवता की सेवा के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहे हैं। राजस्थान नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार श्रीमती भारती सिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया एवं नर्सिंग काउंसिल की गतिविधियों से अवगत कराया। इस अवसर पर निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, निदेशक अराजपत्रित श्री राकेश शर्मा, इण्डियन नर्सिंग काउंसिल के वाइस प्रेसीडेंट श्री जोगिंदर शर्मा, आरएनसी के परीक्षा नियंत्रक श्री अनिल चौधरी सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं नर्सिंग सेवा के अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थे।