न्यू ऑर्लियंस।
अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस में हुए आतंकी हमले में संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने नया खुलासा किया है। एफबीआई ने बताया कि ट्रक हमले के लिए जिम्मेदार आतंकी शम्सुद्दीन जब्बार ने पहले भी दो बार न्यू ऑर्लियंस का दौरा किया था। उसने हैंड्स-फ्री चश्मे से फ्रेंच क्वार्टर का वीडियो रिकॉर्ड किया था।
इसके अलावा, एफबीआई की जांच में यह भी पता चला है कि जब्बार ने हमले से पहले मिस्र के काहिरा और कनाडा के ओंटारियो की यात्रा भी की थी। हालांकि, एफबीआई ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि जब्बार की विदेश यात्राएं न्यू ऑर्लियंस में हुए हमले से संबंधित थी या नहीं। बता दें कि जब्बार अमेरिका के ह्यूस्टन शहर का रहने वाला है, उसके पास वहां की नागरिकता भी है।
13 जुलाई 2023 को अमेरिका लौटा था जब्बार
न्यू ऑर्लियंस फील्ड ऑफिस के प्रभारी एफबीआई के विशेष एजेंट लियोनेल मायर्थिल ने एक प्रेस ब्रीफिंग की, जिसमें उन्होंने बताया कि हमारी जांच में पता लगा है कि जब्बार ने 22 जून से 3 जुलाई 2023 तक काहिरा, मिस्र की यात्रा की थी। कुछ दिनों बाद, उसने 10 जुलाई को ओंटारियो, कनाडा के लिए उड़ान भरी और 13 जुलाई 2023 को वह अमेरिका लौट आया।
जब्बार की गतिविधियों के बारे में पता लगा रहे अधिकारी
मायर्थिल ने कहा कि हमारे एजेंट इस बारे में पता लगा रहे हैं कि वह कहां गया था और किन लोगों से मुलाकात की थी। यह भी जानकारी ली जा रही है कि जब्बार की ये यात्राएं न्यू ऑर्लियंस में उसकी गतिविधियों से जुड़ी हुई हैं या नहीं।
न्यू ऑर्लियंस में हुए हमले में 15 लोगों की हुई थी मौत
एफबीआई के अनुसार, जब्बार ने इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह के प्रति अपनी वफादारी का वादा किया था। उसने न्यू ऑर्लियंस के भीड़भाड़ वाले फ्रेंच क्वार्टर में नए साल के दिन लोगों को मारने और घायल करने के लिए पिकअप ट्रक का इस्तेमाल किया था। इसके बाद पुलिस ने उसे मार गिराया। इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 30 अन्य लोग घायल हो गए थे।
लास वेगास घटना के कुछ घंटे बाद हुआ न्यू ऑर्लियंस में हमला
एफबीआई ने बताया कि न्यू ऑर्लियंस हमला लास वेगास में ट्रंप टावर के बाहर टेस्ला के साइबर ट्रक में हुए विस्फोट के कुछ घंटों बाद हुआ। इस घटना में ड्राइवर की मौत हो गई थी।
हमले से पहले जब्बार ने ऑनलाइन वीडियो पोस्ट किया था
जब्बार ने हमले से कुछ घंटे पहले ऑनलाइन वीडियो पोस्ट करके इस्लामिक स्टेट के प्रति अपने समर्थन की घोषणा की थी। यह अमेरिका में वर्षों में सबसे घातक आईएस-प्रेरित हमला था, जिसने संघीय अधिकारियों द्वारा चेतावनी दिए गए अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खतरे को उजागर किया।