भोपाल
मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिसंबर माह में मावठा की अच्छी वर्षा से किसानों को काफी लाभ हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी)के अनुसार जनवरी-फरवरी के अलावा मार्च माह में भी मावठा यानी सर्दियों में बरसात होने की संभावना है। इससे रबी की फसल को फायदा हो सकता है।
रबी की फसल के लिए अमृततुल्य है यह बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र पुणे के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. अनुपम काश्यपि ने बताया कि दिसंबर माह में एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जहां उत्तर भारत के पहाड़ों में जबरदस्त बर्फबारी हुई थी। साथ ही मैदानी इलाकों में अच्छी वर्षा भी हुई थी। इस समय रबी की फसल को भी पानी की दरकार रहती है। इसलिए वर्षा किसानों के लिए अमृततुल्य साबित हुई।
मार्च में भी वर्षा होने के आसार
डा. काश्यपि ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के लगातार उत्तर भारत पहुंचने का सिलसिला बना हुआ है। इसके आधार पर आइएमडी ने भी जनवरी से मार्च तक के लिए अपने विस्तारित रेंज पूर्वानुमान में भी मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में जनवरी, फरवरी के अलावा मार्च में भी वर्षा होने के आसार जताए हैं। मावठा की वर्षा किसानों के लिए लाभप्रद होने की संभावना है।
क्यों होती है ऐसी वर्षा
मौसम विज्ञान केंद्र, भोपाल के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत में तीव्र आवृत्ति के पश्चिमी विक्षोभ के पहुंचने पर राजस्थान के आसपास एक प्रेरित चक्रवात बन जाता है। इससे हवाओं की दिशा भी बदल जाती है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी आने लगती है।
इससे बादल छाने के साथ ही रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला शुरू हो जाता है। जिस तरह से वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ आ रहे हैं, उसे देखकर इस वर्ष जनवरी-फरवरी में वर्षा होने का अनुमान है।