दुर्ग
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय के पार्टी छोडऩे के निर्णय पर दुर्ग सांसद विजय बघेल ने आश्चर्य जताया है। उन्होंने कहा कि पता नहीं उनको क्या हो गया, किस सोच के साथ उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया, जबकि उनकी मानसिकता कहीं से भी कांग्रेस की रीति-नीति से नहीं मिलती है।
दुर्ग में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि साय छत्तीसगढ़ के सम्मानीय नेता है। भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय और राज्य स्तर में कई बड़ी जिम्मेदारी दी थी। अविभाजित मध्यप्रदेश के समय उन्हें मुख्यमंत्री के समकक्ष नेता प्रतिपक्ष जैसी जिम्मेदारी दी गई थी। पता नहीं उनको क्या हो गया, किस सोच के साथ उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया, जबकि उनकी मानसिकता कहीं से भी कांग्रेस की रीति-नीति से नहीं मिलती है। सांसद ने कहा कि साय हमेशा से देश हित राष्ट्र हित में और छत्तीसगढ़ का कैसे विकास हो इस पर लड़े।
उन्होंने छत्तीसगढ़ में शराब खोरी न हो, सट्टा खोरी न हो इसके लेकर लड़ाई लड़ी, लेकिन जो सरकार शराबखोरी, सट्टाखोरी, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार में डूबी है, ऐसी सरकार की पार्टी में मिलना, पता नहीं कौन सी सोच रही होगी कि साय उनसे जुड़े। मैं उनसे निवेदन करता हूं कि इस उम्र आपने जो निर्णय लिया है उसमें विचार करना चाहिए।