भोपाल
मध्य प्रदेश के अफसर राजनीति में किस्मत आजमाना चाहते हैं। छतरपुर के लवकुशनगर की एसडीएम निशा बांगरे के बाद अब आईपीएस अधिकारी पवन जैन के चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। जैन की नजर राजस्थान के राजखेड़ा सीट पर है। ऐसी चर्चा है कि वे चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस ले सकते हैं। जानकारी के अनुसार आईपीएस अधिकारी पवन जैन राजस्थान के धौलपुर की राजखेड़ा सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। उन्होंने भाजपा से टिकट की दावेदारी की है। पार्टी ने कहा तो वे वीआरएस लेने के लिए भी तैयार है। जानकारी के अनुसार पवन जैन लंबे समय से भाजपा के बड़े नेताओं के करीबी हैं।
राजाखेड़ा के रहने वाले हैं जैन
पवन जैन मूलत: राजस्थान के राजाखेड़ा के रहने वाले है। इसलिए वहां से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। 1987 बैच में भारतीय पुलिस सेवा में जैन का चयन हुआ था। वे वर्तमान में पुलिस महानिदेशक होमगार्ड्स एवं आपदा प्रबंधन के पद पर पदस्थ हैं। साहित्य में रूचि रखने वाले जैन किताबें लिखने के अलावा रचना पाठ करने के लिए विदेश जा चुके हैं। नौकरी से पहले जैन 1977 के राजाखेड़ा विधानसभा चुनाव में तत्कालीन जनता पार्टी प्रत्याशी मोहन प्रकाश के समर्थन में मुख्य प्रचारक के रूप में जनसभाओं को संबोधित किया। जैन के बड़े भाई विनोद कुमार जैन भाजपा से जुड़े हुए है। वह जिला अध्यक्ष, महामंत्री समेत कई पदों पर पदस्थ रहे हैं।
छात्र जीवन में अभाविप में रहे
जैन ने राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर में 1982 से 1985 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया। वे मध्य प्रदेश आईपीएस ऐसासिएशन के 2016 और 2017 में अध्यक्ष निर्वाचित हुए। मध्य प्रदेश में पहली बार आईपीएस सर्विस मीट की परंपरा स्थापित की। यहीं नहीं जैन सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक समेत कई सेवाओं के लिए सम्मानित हो चुके हैं। उन्होंने अपनी पिता की स्मृति में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगागार जरूरतमंदों की मदद भी की।
वरदमूर्ति मिश्रा बना चुके अपनी पार्टी
बता दें, इससे पहले राज्य प्रशासनिक सेवा से आईएएस बने वरदमूर्ति मिश्रा ने वीआरएस लेकर अपनी पार्टी बनाई है। वास्तविक भारत पार्टी नाम से उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया गया है। मिश्रा ने 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।