चित्तौड़गढ़।
चित्तौड़गढ़ जिले में उदयपुर सिक्सलेन स्थित नारायणपूरा टोल के पास शुक्रवार तड़के नाकाबंदी के दौरान मादक पदार्थ तस्करों ने नीमच नारकोटिक्स के वाहन को टक्कर मार दी। वहीं, बाद में तस्कर फायरिंग करते हुए फिल्मी स्टाइल में मौके से फरार हो गए। करीब आधे से एक मिनट चले इस घटनाक्रम में फायरिंग में नारकोटिक्स का एक अधिकारी तो तस्करों के वाहन की टक्कर लगने पर दो अधिकारी घायल हुए हैं।
घायलों को चिकित्सालय ले जाया गया है। मौके से लाखों रुपये मूल्य का 345 किलो डोडा चूरा बरामद किया है। इस संबंध में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी भी हुई है। जानकारी में सामने आया कि मध्यप्रदेश में स्थित केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो नीमच की टीम को खुफिया सूचना मिली थी कि गुजरात नंबर प्लेट वाली टोयोटा इनोवा कार में मादक पदार्थ तस्करी होगी। इसमें सवार दो व्यक्ति चित्तौड़गढ़ जिले के मंगलवाड़ क्षेत्र से बाड़मेर (राजस्थान) क्षेत्र के लिए डोडा चूरा के जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर सीबीएन नीमच की टीम का गठन किया गया और उन्हें शुक्रवार सुबह जल्दी रवाना किया गया। टीम ने संदिग्ध मार्ग पर कड़ी निगरानी रखी गई। तस्करों के वाहन को चित्तौड़गढ़-उदयपुर हाइवे पर नारायणपुरा टोल प्लाजा के पास पहचाना गया। वाहन की पहचान होने पर सीबीएन अधिकारियों ने उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन तस्करों ने रास्ता रोक रही विभागीय गाड़ी से सीधा टक्कर मार दी। सतर्क सीबीएन अधिकारियों ने वाहन को उसके चालक सहित सफलतापूर्वक रोका। वाहन में सवार दूसरे व्यक्ति ने सीबीएन अधिकारियों पर गोली चलाई और फरार हो गया। फायरिंग में एक अधिकारी घायल हो गया और वाहन से टकराव के कारण दो अधिकारी घायल हो गए। सुरक्षा और अन्य व्यावहारिक कारणों से वाहन की तत्काल तलाशी मौके पर लेना संभव नहीं था। इसलिए उसे सीबीएन कार्यालय लाया गया। यहां वाहन की पूरी तलाशी ली गई। इसमें 17 बोरों में भरा कुल 345.940 किलो डोडा चूरा बरामद किया। कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद मौके से जब्त किए डोडा चूरा व वाहन को सीज कर दिया। साथ ही एक व्यक्ति को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्स्टेंस एक्ट, 1985 की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में नारकोटिक्स का अग्रिम अनुसंधान जारी है।