भोपाल
कर्नाटक चुनाव के घोषणा पत्र में कांग्रेस द्वारा पीएफआई के साथ बजरंग दल को बैन करने के मामले की आंच मध्यप्रदेश तक पहुंची है। यहां बजरंग दल और भाजपा कांग्रेस को घेरने में जुट गए हैं वहीं गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि वे पीएफआई से बजरंग दल की तुलना कर उस पर प्रतिबंध के पक्ष में या विरोध में हैं, इस पर अपना मत साफ करें।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग पद पर प्रतिबंध लगाने के वादे के बाद प्रदेश में सियासत तेज हो गई है। इस संबंध में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखकर पूछा है कि वे निर्णय के पक्ष में हैं या नहीं, वहीं जवाब में कमलनाथ ने कहा कि जो नफरत फैलाते हैं उन पर कार्रवाई होना चाहिए। इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक पुराना बयान सोशल मीडिया पर वायरल किया है।
कांग्रेस के मेनिफेस्टो से हर व्यक्ति आहत
नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने बताया कि बजरंग भक्त हर व्यक्ति कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणा पत्र जिसमें बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कहा गया है उससे आहत हुआ है। दिग्विजय सिंह ने भी मुख्यमंत्री रहते मध्य प्रदेश में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाया था। बजरंग दल जैसे राष्ट्र सेवी संगठन पर प्रतिबंध लगाए जाने के पक्ष में कमलनाथ हैं या इस पर उनका अभिमत जानना चाहा है।
सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका एक्शन हो
इस पर दमोह जिले के जबेरा में कमलनाथ ने जवाब देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट कई बार कह चुका है कि जो भी ऐसी संस्थाएं, व्यक्ति हैं जो समाज में विवाद पैदा करती है उन पर कड़ी कार्यवाही की जाए। यह किसी को टारगेट नहीं किया गया है। ये जो भी समाज में विवाद या नफरत की बात करते हैं किसी भी संस्था के हो, कहीं का भी व्यक्ति हो, सुप्रीम कोर्ट कहती है कि इन पर कार्यवाही हो। पूरा प्रदेश कह रहा है कि जो नफरत फैलाये उस पर कार्यवाही होना चाहिए।
इधर नाथ का आरोप बुंदेलखंड पैकेज में हुआ घोटाला
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि बुंदेलखंड पैकेज के लिए मिले आठ हजार करोड़ रुपए में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। इसलिए यहां की तस्वीर नहीं बदल सकी है। उन्होंने यह आरोप आज सुबह दमोह जिले के जबेरा विधानसभा क्षेत्र में मीडिया से चर्चा करते हुए लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि दमोह के युवा रोजगार की तलाश में बाहर जा रहे हैं। नाथ ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार ने 18 साल में 22 हजार घोषणांए की है। अब जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं, वैसे-वैसे हर दिन ये घोषणाएं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जो स्थिति बनी हुई है, उसे देकर दुख होता है। प्रदेश में एक करोड़ युवा बेरोजगार है।
कांग्रेस ने जारी किया पुराना वीडियो
इधर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने भी सोशल मीडिया पर इस मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक पुराना बयान का वीडियो पोस्ट किया है। इस बयान में सिंधिया बजरंग दल पर आरोप लगा रहे हैं।