नईदिल्ली
क्रिकेटर मोहम्मद शमी की वाइफ ने शमी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी करने के लिए अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दरअसल, पश्चिम बंगाल की सेशंस कोर्ट ने उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट पर रोक लगा दिया था। इसके खिलाफ शमी की पत्नी अब सुप्रीम कोर्ट की शरण में जा पहुंची हैं। इससे पहले वे कोलकाता हाईकोर्ट में अपील कर चुकी हैं, जहां उन्होंने अरेस्ट वारंट पर रोक लगाने के खिलाफ याचिका दायर की थी लेकिन हाईकोर्ट से उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
शमी की वाइफ को क्यों जाना पड़ा सुप्रीम कोर्ट
भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की वाइफ ने अपने वकील दीपक प्रकाश के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इनके वकीलों नचिकेता वाजपेयी और दिव्यांगना वाजपेयी ने शमी पर आरोप लगाया है कि शमी अपनी वाइफ से हमेशा दहेज की डिमांड करते हैं। साथ ही कई महिलाओं के साथ उनके अवैध संबंध हैं। शमी पर इसी तरह के कई गंभीर आरोप उनकी पत्नी ने लगाए हैं। याचिका के अनुसार शमी के खिलाफ अगस्त 2019 में अलीपोर के एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट द्वारा अरेस्ट वारंट भी जारी किया गया था।
मोहम्मद शमी ने अरेस्ट वारंट को किया था चैलेंज
याचिका में कहा गया है कि अगस्त 2019 में जारी अरेस्ट वारंट के खिलाफ शमी ने सितंबर 2019 में सेशन कोर्ट में याचिका दायर की, जहां से उनकी गिरफ्तारी पर स्टे ऑर्डर जारी किया गया। इसी तरह से शमी की पत्नी ने भी कलकत्ता हाईकोर्ट का रूख किया लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में राहत पाने के लिए याचिका दायर की है। शमी की वाइफ ने याचिका में यह बात भी कही है कि किसी सेलीब्रिटी को कानून में विशेष छूट का प्रावधान नहीं है। पिछले 4 साल से इस मामले में बहुत धीमी प्रगति हुई है।