ताइपे
चीन और ताइवान के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जानकारी के मुताबिक अब ताइवान ने अपनी सेना को चीन पर हमला करने की खुली छूट दे दी है. ताइवान सेना सेल्फ डिफेंस में चीन पर हमला करने के लिए तैयार है. बता दें कि पारित एक प्रस्ताव के अनुसार, आपातकालीन स्थितियों में कोस्ट गार्ड प्रशासन (CGA) के अधिकारियों को यह तय करने का अधिकार होगा कि हमला किया जाए या नहीं
दरअसल सशस्त्र कार्रवाई के लिए अंतिम निर्णय लेने का अधिकार अभी भी सीजीए महानिदेशक के पास था. लेकिन मुख्यालय से बात न हो पाने या आपात स्थिति के मामले में, हथियारों के इस्तेमाल पर सबसे वरिष्ठ अधिकारी निर्णय ले सकता था.
हमले को तैयार ताइवान कोस्ट गार्ड्स
कैबिनेट ने आगे की समीक्षा के लिए प्रस्ताव को भेजने से पहले 30 मार्च को प्रस्तावित संशोधनों को मंजूरी दे दी. संशोधनों ने सशस्त्र घटना के मामले में जिम्मेदारियों को स्पष्ट किया. कानून में कहा गया है कि अगर किसी ने खतरनाक हथियारों से सीजीए कर्मचारियों को धमकी दी या उन पर हमला किया, और अगर स्थिति को शांत करने का कोई अन्य तरीका नहीं था, तो हथियारों का प्रयोग किया जा सकता है. ऐसी घटना के दौरान आग्नेयास्त्रों या तोपों के इस्तेमाल की जांच के लिए एक विशेष कार्यबल भी गठित किया जाएगा.
सीजीए को ताकत मिलने से बढ़ी चीन की मुसीबत
दरअसल सीजीए अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के अभियान नें शामिल रहता है. साथ ही अवैध रूप से मछली पकड़ने वाले ट्रॉलरों और ड्रेजिंग जहाजों का पीछा भी करता है, जो अक्सर ताइवान के अधिकार क्षेत्र के पानी में चीन से आते हैं.