भोपाल
अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, भोपालके तत्वाधान में पारासर आयुर्वेद कॉलेज के परिसर में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यलय, भोपाल में पब्लिक हेल्थ विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक श्री प्रशांत केसरवानी जी ने ‘जन स्वास्थ्य और उससे जुड़ी चुनौतियाँ’पर व्याख्यान दिया।
यह व्याख्यान, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय,भोपाल द्वारा शुरू की गयी व्याख्यानमाला के अन्तेर्गत थी। आगामी महीनों में अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, भोपाल ऐसे अन्य विषयों और मुद्दों पर मध्य प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालयों पर व्याख्यान आयोजित करेगा।
पारासर आयुर्वेद कॉलेज के सेमिनार हाल में सम्पन्न हुए इस व्याख्यान में आयुर्वेद, नर्सिंग और एडुकेशन के छात्र-छात्राओं ने भागीदारी की। श्री प्रशांत केशरवानीने उन्हें भविष्य के हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स के तौर पर स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सेवाओं को सामाजिक-आर्थिक, राजनैतिक और तकनीति के तौर पर समझने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि –“स्वास्थ्य के सामाजिक पहलुओं को नज़रअंदाज़ करके इसकी मूल समस्याओं को नहीं समझा जा सकता।
उन्होने कहा कि जन स्वास्थ्य को एक समग्र दृष्टि से देखने की जरूरत है तथा साथ ही साथ इसके सामाजिक कारकों पर काम करने की जरूरत है। व्याख्यान का उद्देश्य जन स्वास्थ्य को एक विषय के रूप में समझना साथ ही साथ इस क्षेत्र में किस तरह के अवसर उपलब्ध हैं या फिर किस तरह की चुनौतियां हैं, उसके बारे में जानना था ।उन्होंने बताया की हमको साथ ही साथ ये भी समझने की जरूरत है की जन स्वास्थ्य एक सामाजिक सरोकार है और जन स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए कई विभागों को साथ में काम करने की जरूरत पड़ती है।
कोविड 19 ने कही न कही जन स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों का अहसास कराया, अपितु इसको और बेहतर करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया ताकि जन स्वास्थ्य के बारे में एक व्यापक और समग्र समझ हमें भविष्य में आने वाली चुनौतियाँ को सामना करने में मदद करेगी।
छात्र-छात्राओं के साथ हुए सवाल-जबाव के दौरान श्री प्रशांत केशरवानी ने समाज में व्याप्त तमाम मिथ और भ्रम को वैज्ञानिक नज़रिये से देखने और समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित किया। इस व्याख्यान में करीब 250 छात्र -छात्राओं के अलावा कॉलेज के प्राध्यापकों ने भी शिरकत की। धन्यवाद ज्ञापन पारासर आयुर्वेद कॉलेज के निदेशक राहुल गोस्वामी ने किया। अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के बारे में समग्रता से एक परिचय सत्र संचालन के दौरान अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन के राजीव शर्मा ने किया।