डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शुगर कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है। क्योंकि हर छोटी बड़ी गलती आपके शुगर स्पाइक का कारण बन सकती है। ऐसे में फल और सब्जियों की तो हम बात करते रहते हैं पर आज हम बात बेसन
की करेंगे। दरअसल, डायबिटीज में बेसन को लेकर एक्सपर्ट की अलग-अलग राय है। ऐसे में हमने लखनऊ डाइट क्लीनिक की डाइट एक्सपर्ट अश्वनी एक.कुमार से बात की जिन्होंने इस बारे में सही जानकारी दी।
शुगर में बेसन खा सकते हैं क्या
डाइट एक्सपर्ट बताते हैं कि चने को पीसकर बनाया बेसन कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फूड है। जहां चने का जीआई इंडेक्स सिर्फ 6 है तो, इससे बने बेसन का जीआई इंडेक्स 10 है। तो, इस लिहाज से डायबिटीज में बेसन खाना नुकसानदेह नहीं है।
डायबिटीज में बेसन कब हो जाता है नुकसानदेह?
डायबिटीज में बेसन का स्नैक्स खाना कई मामलों में नुकसानदेह भी हो सकता है। खासकर कि जब आप बेसन से बने स्नैक्स खाएंगे जैसे पकोड़े और बेसन भजिया। इन सबका जीआई इंडेक्स तुरंत बढ़ जाता है और ये 28-35 होता है, शुगर स्पाइक को तुरंत बढ़ाता है। इसलिए, ऐसे बेसन खाने से बचें।
डायबिटीज में बेसन का कैसे करें सेवन
डायबिटीज में पहले तो घर का बना बेसन खाएं। कोशिश करें कि खुद भूना चना लेकर इसका बेसन बनाएं और इसे पूरी तरह से न पीसें। बल्कि, थोड़ा दरदरा सा रखें। इसके अलावा आप बेसन का स्नैक्स न खा कर बेसन की रोटी (besan ki roti) खा सकते हैं। जो कि डायबिटीज के मरीजों के लिए ज्यादा फायदेमंद है। तो, अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो बेसन के पकोड़े नहीं बल्कि, आप बेसन की रोटी खाएं। ये आपका शुगर स्पाइक कंट्रोल करने के साथ डायबिटीज के दूसरे लक्षणों को भी करने में मदद करेगी, जिससे आपको शुगर कंट्रोल में रहेगा।