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किशोर बालकों की भागीदारी से श्रेष्ठ समाज का निर्माण संभव : राज्य मंत्री परमार

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मार्गदर्शिका "उज्ज्वल – बदलाव हम से" का किया विमोचन

भोपाल

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने आज मंत्रालय में अपने प्रतिकक्ष में जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम "उमंग" के अंतर्गत किशोरावस्था के बालकों की नैतिक शिक्षा के लिए तैयार प्रशिक्षण मार्गदर्शिका "उज्ज्वल – बदलाव हम से" का विमोचन किया। राज्य मंत्री परमार ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव की इस अनुकरणीय पहल के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में प्रदेश पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां बेहतर समाज के निर्माण हेतु स्कूल में अध्ययनरत किशोरवय बालकों की भागीदारी की सुनिश्चितता पर कार्यं किया जा रहा है। इस उद्देश्य के लिए प्रशिक्षण मार्गदर्शिका "उज्जवल" का निर्माण किया गया है।

किशोरवय बालकों में सकारात्मक सोच एवं बालिकाओं तथा स्त्रियों के प्रति समानता के भावों को विकसित करने हेतु देश में पहली बार एक अभिनव पहल की जा रही है, जिसे भविष्य में न केवल राष्ट्रीय स्तर अपितु वैश्विक स्तर तक प्रसारित किया जा सकेगा। "उज्ज्वल" मार्गदर्शिका का विमोचन समाज में एक बदलाव के कार्य का आरंभ हैं। यह मार्गदर्शिका आज के किशोर बालकों में महिलाओं एवं बालकों के प्रति उनके अपेक्षित सम्मान, उनकी सुरक्षा, विकास के लिए बराबरी के अवसर सुनिश्चित करने के लिए नए दृष्टिकोण को विकसित करने में सहायक बनेगी। आज के बच्चे और किशोर ही कल के वयस्क और जिम्मेदार नागरिक बनेंगे। इस उम्र में किशोर छात्रों को सही शिक्षा दी जाए तो समाज में प्रत्येक स्तर और सभी स्थानों पर स्त्रियों और पुरुषों को समान आदर, समान अधिकार व समान अवसर मिल सकेंगे। मार्गदर्शिका 'उज्ज्वल' में इसी परिपेक्ष्य में विभिन्न मुद्दों जैसे- भेदभाव, हिंसा, टकराव, सायबर अपराध और कुप्रथाओं को रोकने में लड़कों की भूमिका तथा सकारात्मक सोच की अवधारणा, व्यवहार और कार्यों में उनकी बराबरी की भागीदारी आदि को सम्मिलित किया गया है। परमार ने इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग एवं सहयोगी संस्था को बधाई दी।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमति रश्मि अरुण शमी ने बताया कि जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम- 'उमंग' स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2017 से समग्र शिक्षा अभियान (सेकेंडरी एजुकेशन) अंतर्गत कक्षा 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए प्रदेश के सभी हाई/ हायर सेकेंडरी स्कूलों में संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से स्कूल के छात्र-छात्राओं में सकारात्मक सोच, दृष्टिकोण व जीवन की चुनौतियों का सामना करने के कौशल विकसित किए जाते हैं। वर्तमान में यह कार्यक्रम अपने नवीन स्वरूप "उमंग स्कूल हेल्थ एवं वेलनेस कार्यक्रम" के रूप में स्कूल शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग, मध्य प्रदेश शासन के संयुक्त तत्वाधान में सभी 9217 विद्यालयों में संचालित किया जा रहा है। उमंग कार्यक्रम भी प्रदेश का एक सराहनीय कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से विभिन्न किशोर छात्र-छात्राएं भी लाभान्वित हो रहे है। इससे किशोर बालकों में सकारात्मक व्यवहारिक परिवर्तन आयेंगे और वे अपने स्कूल, घर और समाज सभी जगहों पर लिंग भेद भुलाकर समानता के भाव को विकसित कर बेहतर जीवन जीने की दिशा में बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।

इस अवसर पर आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव, अपर मिशन संचालक श्रीमती मनीषा सेंतिया एवं UNFPA ( संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष) की भारत में प्रतिनिधि सुएंड्रिया एम वोज्नार, उप प्रतिनिधि राम हरिदास और स्टेट कॉर्डिनेटर अनुराग सोनवलकर सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।