भोपाल
चुनाव का समय नजदीक आने के साथ मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और जिला अध्यक्षों के सोशल मीडिया पर फालोवर्स नहीं बढ़ने का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। इन्हें कहा गया है कि वे अपने फालोवर्स बढ़ाने के साथ रूटीन कार्यक्रम सोशल मीडिया पर पोस्ट करें ताकि लोगों को जनप्रतिनिधि के तौर पर मूवमेंट की जानकारी हो। बीजेपी संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने कुछ जिला अध्यक्षों से यह भी कहा है कि अगर आप तीन साल से अध्यक्ष हो जिले की आबादी के हिसाब से आपके कुल वोटर से एक चौथाई भी फालोवर्स नहीं हैं तो आपका अध्यक्ष बनना किस काम का है?
इसी तरह की स्थिति विधायकों और सांसदों के मामले में भी है। विधायकों और सांसदों को अगर क्षेत्र की जनता सोशल मीडिया पर नहीं देखती तो सोशल मीडिया के इस दौर में यह संबंधित जनप्रतिनिधि की कमजोरी है।
बीजेपी संगठन के वरिष्ठ नेताओं की यह नाराजगी पिछले दिनों हुए बैठक में फिर सामने आई है। इसके बाद अब चुनाव का समय देखते हुए मंत्रियों, विधायकों और सांसदों ने अपनी आईटी टीम को सोशल मीडिया पर फालोवर्स बढ़ाने के लिए कहा है। साथ ही क्षेत्र और प्रदेश में विधायक और मंत्रियों के सार्वजनिक कार्यक्रमों के मूवमेंट जनता तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने के लिए भी कहा है।
सूत्र बताते हैं कि संगठन की नाराजगी के चलते कई मंत्रियों और सांसद, विधायकों ने अब अपना रोज का रूटीन सोशल मीडिया पर पोस्ट करना शुरू किया है ताकि उनके क्षेत्र के लोगों को पता हो कि मंत्री, विधायक, सांसद किस क्षेत्र में किस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं?
तीस लाख कार्यकर्ताओं का डिजिटल डेटा
बीजेपी ने चुनाव से पहले अपने कार्यकर्ताओं का डिजिटल डेटा संगठन एप में अपलोड कर लिया है। बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमन शुक्ला के अनुसार इस डेटा में हर कार्यकर्ता का नाम, मोबाइल नम्बर, सोशल मीडिया कांटेक्ट नम्बर, जेंडर, वोटर आईडी समेत अन्य जानकारियों अपलोड की गई हैं।
इसके साथ ही इन्हें सौंपी गई पूरी जानकारी भी संगठन के पास उपलब्ध हैं। इन्हें संगठन एप में अपने प्रवास और सौंपे गए कामों की पूरी जानकारी भी समय समय पर अपडेट करने के लिए कहा गया है।