उज्जैन
उज्जैन जिले के माकड़ोन तहसील के अंतर्गत आने वाले कुछ गांव में बीपीएल कार्ड मामले में बड़ी गड़बड़ी किए जाने की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक यहां पर फर्जी कार्ड तैयार किए गए हैं। जैसे ही इस बात की सूचना तहसीलदार और एसडीएम को लगी उन्होंने कलेक्टर को सूचित किया और अब मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
Ujjain में बीपीएल की धांधली
रिपोर्ट्स के मुताबिक तराना एसडीएम को जनपद में फर्जी बीपीएल प्रमाण पत्र होने की जानकारी लगी थी और बताया जा रहा था कि इन्हें तहसील से जारी नहीं किया गया है, बल्कि ये फर्जी रूप से तैयार किए गए हैं। इसके बाद 18 बीपीएल धारकों की जानकारी निकल कर सामने आई जिन्होंने फर्जी सील और साइन बनाकर कार्ड बनवाए थे।
सूची मिलने के बाद एसडीएम ने इसे प्रकरण क्रमांक के जरिए सत्यापित करने को कहा तो जांच में यह नंबर फर्जी पाए गए। आजकल प्रकरण नंबर RCMS से जनरेट किए जाते हैं, उसके बावजूद भी ये गड़बड़ी हुई है।
एसडीएम को रिपोर्ट भेजे जाने के बाद इस मामले में पुलिस कार्रवाई की बात कही जा रही थी। लेकिन मामला कलेक्टर कार्यालय में पहुंचते ही इसकी गंभीरता को देखते हुए अब जांच दल गठित कर दिया गया है। इस दल में तराना तहसील एसडीएम, जिला पंचायत के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी और कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को भी रखा गया है और 7 दिनों के अंदर जांच की रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं।
यहां पकड़े गए फर्जी कार्ड
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक माकड़ोन तहसील के गांव खेड़ा चितावलिया, गुंदलडिया, पचोला और कतवारिया में ये फर्जी कार्ड बनाए गए हैं। फर्जी बीपीएल कार्ड के इस धंधे में एक ही परिवार में तीन बीपीएल कार्ड बनाए जाने की सूचना सामने आई है। जांच के बाद ही मामले का खुलासा होगा।