गुवाहाटी,
असम की हिमंत बिस्वा सरमा सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार शराब पीने के आदी 300 पुलिसकर्मियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) का विकल्प देने जा रही है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को ये ऐलान किया.
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, जो पुलिसकर्मी ज्यादा शराब पीते हैं, उनकी सेवा पर गलत प्रभाव पड़ रहा है. उन्होंने कहा, ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ लोगों की गंभीर शिकायतें हैं. असम सीएम ने कहा, पुलिसकर्मियों के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, इन 300 खाली पदों को भरने के लिए नई भर्तियां की जाएंगी.
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, पुलिस विभाग में लगभग 300 अधिकारी और कर्मचारी शराब पीने के आदी हैं. इनके लिए सरकार उन्हें वीआरएस देना चाहती है. उन्होंने कहा, ऐसे अपराधियों के लिए नियम पहले से ही थे लेकिन कभी लागू नहीं किए गए.
सीएम ने कहा, वे सरकार को विकेंद्रीकृत करने की भी कोशिश कर रहे हैं. इतना ही नहीं सरमा ने कहा कि उन्होंने सभी 126 विधानसभा क्षेत्रों में शक्ति और जिम्मेदारियों के साथ डिप्टी कमिश्नर दफ्तर खोलने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं. ताकि लोगों को आधिकारिक कामों के लिए जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा.
सीएम सरमा ने कहा, डिप्टी कमिश्नर कानून और व्यवस्था की देखभाल करेंगे और उन्हें अलग अलग जिम्मेदारियां दी जाएंगी. दरअसल, असम सरकार प्रशासन में एक बड़े बदलाव पर विचार कर रही है और राज्य के प्रत्येक जिले को प्रशासनिक और आर्थिक इकाइयों में बदलने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री ने बदलाव के मुद्दे पर चर्चा के लिए डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर्स के साथ तीन दिन की बैठक बुलाई है. यह बैठक तिनसुकिया जिले में 12 से 14 मई के बीच होगी.