कराची
पड़ोसी देश पाकिस्तान में अमानवीयता की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। ताजा मामले दिल दहला देने वाले हैं। एक चौंकाने वाले खुलासे में, पता चला है कि पाकिस्तान में माता-पिता अब अपनी मृत बेटियों की कब्र पर ताले लगाकर उनका बलात्कार होने से बचा रहे हैं। डेली टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में नेक्रोफिलिया के मामले बढ़ रहे हैं।
क्या है नेक्रोफिलिया?
मरे हुए लोगों से सेक्स करने की घटनाओं को नेक्रोफिलिया कहते हैं। ग्रीक में 'नेक्रो' का मतलब 'शव' और 'फीलिया' का मतलब 'प्यार' होता है। 'नेक्रोफीलिया' का मतलब 'मरे हुए लोगों के साथ सेक्स करके आनंद हासिल करना' होता है। पाकिस्तान ये घटनाएं अब आम होती जा रही हैं। मां-बाप अपनी मरी हुई बेटियों की अस्मत बचाने के लिए कई उपाय कर रहे हैं।
दिल दहला देने वाला दृश्य
कट्टर रूढ़िवादी देश पाकिस्तान में हर दो घंटे में एक महिला का बलात्कार होता है। यहां तक कि मरने के बाद भी उनके साथ अमानवीय व्यवहार होता है। महिलाओं की कब्रों पर लगे ताले का दिल दहला देने वाला दृश्य पूरे पाकिस्तान के लिए शर्म से अपना सिर झुकाने के लिए काफी है। डेली टाइम्स के संपादकीय में पाकिस्तान में हो रहीं इन घटनाओं पर विस्तार से लिखा गया है। एक पूर्व-मुस्लिम नास्तिक कार्यकर्ता और "द कर्स ऑफ गॉड, व्हाई आई लेफ्ट इस्लाम" पुस्तक के लेखक हैरिस सुल्तान ने इस तरह के घृणित कृत्यों के लिए कट्टरपंथी इस्लामवादी विचारधारा को दोषी ठहराया।
बेटियों की कब्रों पर ताले
सुल्तान ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, "पाकिस्तान ने इतना कामुक, यौन कुंठित समाज बनाया है कि लोग अब अपनी बेटियों की कब्र पर ताले लगा रहे हैं ताकि उनका बलात्कार न हो। जब आप बुर्के को बलात्कार से जोड़ते हैं, तो यह (मांसिकता) कब्र तक आपके पीछे-पीछे जाती है।" रिपोर्ट के मुताबिक, शवों की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए बेबसी में मां-बाप अपनी बेटियों की कब्रों पर ताले जड़वा रहे हैं। कब्रों के चारों ओर लोहे का कटघरा बनवा रहे हैं ताकि कोई राक्षस अपनी वासना को पूरा करने के लिए उनकी बेटी के शव को न खोद ले।
नेक्रोफिलिया के मामलों में वृद्धि
नेक्रोफिलिया के मामलों में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है। इसको देखते हुए मजबूर माता-पिता अपने खो चुके प्रियजनों की रक्षा करने की ऐसा कर रहे हैं। एक अन्य ट्विटर यूजर साजिद यूसुफ शाह ने लिखा, "पाकिस्तान ने एक यौन आरोपित और दमित समाज को जन्म दिया है, जहां कुछ लोगों ने यौन हिंसा से बचाने के लिए अपनी बेटी की कब्र पर ताला लगाने का सहारा लिया है। बलात्कार और एक व्यक्ति के कपड़ों के बीच ऐसा संबंध केवल दुख और निराशा से भरे रास्ते की ओर ले जाता है।"
कहा जाता है कि कई मौकों पर महिलाओं के शवों को कब्र से खोदकर उनके साथ दरिंदगी की गई। पाकिस्तान में 2011 में एक नेक्रोफिलिया का मामला सामने आया था। उस समय उत्तरी नजीमाबाद (कराची) से मुहम्मद रिजवान नाम के एक कब्र के रखवाले को 48 मादा लाशों के साथ बलात्कार करने की बात कबूल करने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
यौन हिंसा का पोस्टर बॉय जहीर जाफर
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अनुसार, 40 प्रतिशत से अधिक पाकिस्तानी महिलाओं ने अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार किसी न किसी रूप में हिंसा का अनुभव किया है। अभी कुछ दिन पहले इंडस हाईवे के पास एक 18 वर्षीय युवक की कुल्हाड़ी से मार कर हत्या किए जाने की आशंका से झुलसी लाश मिली थी। डेली टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जहीर जाफर इस्लामाबाद में यौन हिंसा का पोस्टर बॉय है। वह अपनी मौत की सजा से बचने के लिए हर चाल चल रहा है।