नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता पर अपना कब्जा जमाने के लिए राजनीतिक पार्टियों में सियासी घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी से कभी न गठबंधन करने का वादा करके सत्ता में आए दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का रूख अब कांग्रेस के प्रति नरम पड़ता दिख रहा है। लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी को कड़ी शिकस्त देने के लिए अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन तय माना जा रहा है। आम आदमी पार्टी तो कई मौकों पर कह चुकी हैं कि वह मोदी को हराने और भाजपा को हटाने के लिए सबकुछ भूलकर दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन को तैयार है। सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस तीन-तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं एक सीट अन्य के लिए छोड़ी जाएगी। दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सातों सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। आज राहुल गांधी दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और इसी में गठबंधन को लेकर फैसला लिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन पर बात तय हो सकती है गौरतलब है कि कुछ दिन पहले केजरीवाल ने खुलकर बयान दिया था कि कांग्रेस को कह-कहकर थक गए गठबंधन के लिए लेकिन कांग्रेस ने बातचीत नहीं की। गठबंधन को लेकर आधिकारिक घोषणा से पहले राहुल गांधी ने दिल्ली कांग्रेस की बड़ी बैठक बुलाई है।