जयपुर।
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के मुख्य आतिथ्य में बुधवार को प्रातः 11 बजे से होटल जयपुर मैरियट में राइजिंग राजस्थान के तहत ऊर्जा विभाग की ओर से प्री-समिट का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर सहित ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े उद्यमी एवं निवेशक तथा अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे।
ऊर्जा विभाग के प्री-समिट के उद्घाटन सत्र में अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा श्री आलोक स्वागत उद्बोधन देंगे। इसके पश्चात् सीआईआई, एनटीपीसी, टाटा पावर, सिक्योर मीटर, आइसोलेशन एनर्जी, सिमन्स एनर्जी, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, जीई वेमावा इंडिया सहित अनेक सरकारी एवं प्राइवेट कम्पनियों के प्रमुख अपना उद्बोधन देंगे। साथ ही मुख्य सचिव राजस्थान श्री सुधांशु पंत भी उद्बोधन देंगे। इसके बाद एनर्जी सेक्टर में निवेश के लिए विभिन्न कंपनियों के साथ एमओयू किए जाएंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा श्री आलोक ने बताया कि राइजिंग राजस्थान के अंतर्गत ‘एम्पावरिंग राजस्थान: अनलोकिंग द स्टेट एनर्जी पोटेन्,यल’ थीम पर आयोजित इस प्री-समिट में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और बायोमास ऊर्जा उत्पादन से जुड़ी कंपनियों, सी आई आई एवं ऊर्जा विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि राजस्थान में राष्ट्रीय दृष्टिकोण के अनुरूप आर्थिक एवं पर्यावरणीय लाभ के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में नई परियेाजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा हैं। राजनिवेश पोर्टल पर बड़ी संख्या में अक्षय ऊर्जा से संबंधित निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं जिससे प्रतीत होता है कि राजस्थान में निवेश के लिए निवेशकों में खासा उत्साह है। राजस्थान सरकार की यह नीति है कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में हर सम्भव कदम उठाकर ऊर्जा नीतियों को सफलतापूर्वक लागू करें और हर नागरिक का इसके लाभों से जोड़ें।
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख शासन सचिव श्री आलोक गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश, विकास एवं विस्तार की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर के निर्देशन में ऊर्जा क्षेत्र में अधिकाधिक निवेश के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इससे प्रदेश में विकास को गति मिलने के साथ ही अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर उपलब्ध होंगे। राजस्थान में सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेशकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन बने।