नई दिल्ली
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है। सोमवार से ग्रैप-4 को भी लागू कर दिया गया है। इन सब के बीच, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर बैठक बुलाने की मांग की है। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर आईएएनएस ने खास बातचीत की। इसमें उन्होंने केंद्र सरकार के रवैए और प्रदूषण की मौजूदा स्थिति पर विचार व्यक्त किए। गोपाल राय से जब पूछा गया कि आपने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखा है, क्या लगता है जवाब आएगा। इस पर गोपाल राय ने सवाल करते हुए कहा कि क्यों नहीं आएगा? यही तो देश जानना चाहता है कि भाजपा की केंद्र सरकार इतनी लापरवाह है कि एक बैठक भी नहीं बुला सकती। काम करना तो दूर, केंद्र सरकार एक बैठक भी नहीं बुला सकती और किसी को भरोसा नहीं है कि वह बैठक बुलाएंगे। आज पूरा उत्तर भारत, सिर्फ दिल्ली ही नहीं, वायु आपातकाल की स्थिति में है। बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, बच्चों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है और भाजपा सरकार सो रही है। उनके पास एक बैठक बुलाने की भी फुर्सत नहीं है। इससे ही उनकी गंभीरता का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि इस इमरजेंसी जैसी स्थिति के समाधान के लिए हमने अगस्त से केंद्र सरकार से लगातार संपर्क किया। हमने सबसे पहले 30 अगस्त को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। फिर 10 अक्टूबर को और फिर 23 अक्टूबर को पत्र भेजा, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। आज स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि अब हमें फिर से पत्र लिखने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेरा निवेदन है कि इस पर तुरंत हस्तक्षेप करें और कार्रवाई की जाए।
दिल्ली में ऑड-ईवन लागू करने और वर्क फ्रॉम होम जैसे कदम उठाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम सभी पहलुओं पर नज़र बनाए हुए हैं और विशेषज्ञों की राय ले रहे हैं। जो भी जरूरी कदम होगा, हम उठाएंगे। हम स्थिति का पूरी तरह से आकलन कर रहे हैं और हर जरूरी कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
डीटीसी कर्मचारियों के हड़ताल को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हम डीटीसी कर्मचारियों से बातचीत कर रहे हैं। हमारा सबसे निवेदन है कि इस समय सभी को मिलकर सहयोग करने की जरूरत है। हम सभी को एकजुट होकर काम करना चाहिए, ताकि संकट की स्थिति को दूर किया जा सके।
दिल्ली में भाजपा की ओर मास्क बांटे जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्री एक बैठक बुलाने को तैयार नहीं हैं और मास्क बांट रहे हैं। भाजपा नेताओं से मेरा निवेदन है कि नौटंकी बंद करें। अपनी सरकार को कहिए कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से एक बैठक बुलवाएं। अगर वे कुछ नहीं कर सकते, तो कम से कम मास्क बांटने का ही काम करें।