अजमेर
चार दशक से भी अधिक समय से अजमेर की पहचान रहा राजस्थान सरकार का होटल ख़ादिम अब अजयमेरू के नाम से जाना जाएगा . बीजेपी सरकार ने राजस्थान पर्यटन विभाग के इस सरकारी होटल का नाम बदलने के लिए आदेश जारी कर दिया है. बीजेपी के नेता लंबे समय से 45 साल पुराने अजमेर के इस सरकारी होटल का नाम बदलने की मांग कर रहे थे.
सोमवार को आरटीडीसी की मैनेजिंग डायरेक्टर सुषमा अरोड़ा ने इसका नाम बतलने के आदेश दिए. जिसके बाद जिला प्रशासन ने नाम बदलने की घोषणा की. प्रशासन का कहना है कि होटल का नया नाम अजमेर के गौरवशाली हेरिटेज और संस्कृति को प्रदर्शित करनेवाला है.
खादिम का मतलब सेवक होता है जो अजमेर के सूफी संत ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की वजह से रखा गया था. अजमेर उत्तर से विधायक और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मांग की थी कि इसका नाम बदला जाए और अजयमेरू रखा जाए. अजयमेरू मतलब वो दुर्ग पर्वत जो जीता ना सके. ये भी कहा जाता है कि सातवीं सदी में इस शहर को अजयराज चौहान ने बसाया था.
बीजेपी की पुरानी मांग रही है कि अजमेर का नाम ही अजयमेरू रखा जाए . इनका दावा है कि पृथ्वी राज चौहान के समय इसका नाम अजयमेरू था लेकिन मुस्लिम हमलावरों ने इसका नाम बदल दिया. गौरतलब है कि बीते दिनों जयपुर में बीजेपी सरकार ने एक दर्जन से ज्यादा मुहल्लों, सड़कों और चौक के मुस्लिम नाम बदले हैं.
बता दें कि पहली बार होटल का नाम बदलने से पहले बीते कुछ समय से लगातार देश के कई शहरों के नाम सरकार ने बदले हैं. अभी दो माह पहले ही भारत सरकार ने अंडमान और निकोबार द्वीप की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदल दिया था. सरकार ने पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर 'श्री विजयपुरम' कर दिया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी थी.